शादी से बचने के लिए खुद को कर लिया था कमरे में बंद, तीन दिनों तक बाहर नहीं निकले थे अटल
दरअसल, पिल्लई ने तमिलनाडु के ग्रामीण क्षेत्रों में एक बैंकिंग सिस्टम की शुरुआत की थी। यह बैंकिंग सिस्टम काफी सफल साबित हुआ था। वाजपेयी के पैर छूने की इस घटना को वहां मौजूद कुछ कैमरामैन ने अपने कैमरे में कैद कर लिया था। इस घटना के समय वाजपेयी की उम्र पिल्लई से अधिक थी। पुरस्कार देते हुए वाजपेयी ने पिल्लई के पैर छूते हुए समाज के प्रति उनकी सेवा केा खूब सराहा था। इस दौरान उन्होंने कहा, “मैं चिन्नापिल्लाई में ‘शक्ति’ देखता हूं”।
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पुरस्कार लेने के बाद चिन्नापिल्लै ने कहा था कि वाजपेयी उनके लिए भगवान समान हैं और ऐसे में उनके द्वारा पैर छूने ने उनको असहज कर दिया था। अब जबकि वाजपेयी हमारे बीच नहीं है तो चिन्नापिल्लाई उनको याद करती हुईं पुरानी यादें ताजा करती हैं।