अटल जी का यूपी से गहरा लगाव था
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश पूर्व प्रधानमंत्री की कर्मभूमि रहा है। प्रदेश के हर क्षेत्र से वाजपेयी का गहरा लगाव था। जनभावनाओं का सम्मान करते हुए दिवंगत प्रधानमंत्री की अस्थियां प्रदेश के सभी जिलों की मुख्य नदियों जैसे- गंगा, यमुना और ताप्ति में प्रवाहित की जाएंगी, ताकि राज्य की जनता को भी उनकी अन्तिम यात्रा से जुड़े का अवसर प्राप्त हो सके।
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नरेंद्र मोदी
यूपी की हर नदी में विसर्जित होंगी अटल जी की अस्थियां
जानकारी के मुताबिक अटल जी की अस्थियों को आगरा में यमुना और चम्बल, इलाहाबाद में गंगा, यमुना और टोन्स (तम्सा), वाराणसी में गंगा, गोमती और वरूणा, लखनऊ में गोमती, गोरखपुर में घाघरा, राप्ती, रोहिन, कुआनो और आमी, बलरामपुर में राप्ती, कानपुर नगर में गंगा, कानपुर देहात में यमुना, उन्नाव में गंगा और सई नदी समेत सभी जनपदों की नदियों में प्रवाहित किया जाएगा।
स्मृति स्थल पर बनेगी अटल की समाधि
आपको बता दें कि वाजपेयी की अंत्येष्टि यमुना किनारे हुई और वहीं उनका समाधि स्थल बनाया जाएगा। इससे पहले यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में यमुना किनारे समाधि बनाने पर रोक लगा दिया था, लेकिन मोदी सरकार ने इसे पलटते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि बनाने का फैसला किया है। वाजपेयी की समाधि शांति वन में जवाहरलाल नेहरू और विजय घाट में लाल बहादुर शास्त्री की समाधियों के बीच बनाई जाएगी।