इसके बाद परमबीर सिंह ने खुद को होमगार्ड विभाग में ट्रांसफर किए जाने को लेकर 22 मार्च (सोमवार) को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अब इस मामले में बुधवार (24 मार्च) को सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। परमबीर ने कोर्ट से मांग की है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। साथ ही उन्होंने अनिल देशमुख के घर के बाहर की सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर उसकी जांच कराए जाने की भी मांग की है।
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इधर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दिल्ली पहुंच कर गृह सचिव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गृह मंत्रालय को 6 जीबी से अधिक का डेटा सौंपा है, जिसमें दावा किया है कि महाराष्ट्र में पुलिस महकमे में तबादले और पोस्टिंग में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर जिलेटिन की छड़ों से भरी स्कॉर्पियो मिलने और सचिव वाजे का नाम सामने आने के मामले में तबादला होने के बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूली करने का लक्ष्य दिया था।
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हालांकि, अनिल देशमुख ने अपने उपर लगे तमाम आरोपों को खारिज किया और परमबीर सिंह पर मानहानि का केस करने की बात कही। लेकिन परमबीर सिंह के आरोपों के बाद से महाराष्ट्र की सियासत में तूफान आ गया है। भाजपा अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रही है।