बनर्जी ( Abhijit Banerjee ) ने अपने सुझाव में कहा है कि यदि सरकार तेजी से अर्थव्यवस्था ( Indian Economy ) को पुनर्जीवित करना चाहती है, तो लोगों को सीधे तौर पर पैसा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह एक आधार-आधारित PDS या एक अस्थायी राशन कार्ड ( Ration card ) की व्यवस्था करे, ताकि जो लोग कहीं भी फंसे हों, उन्हें अपनी आवश्यकताओं के लिए राशन मिल सके।
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विशेष रूप से प्रवासियों के बारे में बोलते हुए बनर्जी ने कहा कि आधार (कार्ड) को राष्ट्रीय बनाकर सार्वजनिक वितरण और अन्य चीजों के लिए इसके उपयोग की बात एक ऐसा विचार था, जिस पर संप्रग सरकार के अंतिम वर्षों में बहस हुई थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने भी इसे अपनाया।
उन्होंने आगे कहा कि पीडीएस पर आधार-आधारित दावा व्यक्ति के कहीं भी होने की स्थिति में उन्हें पात्र बना देगा और ऐसा करने के लिए यह अद्भुत समय होगा।
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बनर्जी ने यहां तक कहा कि लोगों को बहुत अधिक दुखों से बचाने के लिए सरकार को चाहिए कि अगले
छह महीनों के लिए अस्थायी राशन कार्ड हर किसी को दे।
ऐसा होने पर बहुत सारे लोग स्थानीय राशन की दुकान पर जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि वास्तविक चिंताएं हैं कि क्या अर्थव्यवस्था पुनर्जीवित होगी और वर्तमान परिस्थिति में महामारी के बीच यह कैसे संभव होगा।
गौरतलब है कि बातचीत की इस श्रृंखला में बनर्जी दूसरे व्यक्ति हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता ने इस बाबत आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से बात की थी।
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