महंगाई पर प्रियंका गांधी ने दिखाया सरकार को आईना कहा, जनता काट रही है अपना पेट, मोदी सरकार काट रही है जेब
राहुल गांधी अपने विवादास्पद बयानों के चलते न केवल भाजपा नेताओं के निशाने पर रहते हैं वरन उनकी खुद की पार्टी के नेता भी उन्हें इम्मैच्योर बता कर उनकी आलोचना करते हैं। कई बार ऐसा हुआ कि उन्होंने भरी सभा में कुछ कहा और उसकी बचाव करने के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को मैदान में उतरना पड़ा। जानिए ऐसे ही पांच किस्सों के बारे में जिनके चलते उनका मजाक तो बना ही, उन्हें भारतीय राजनीति में एक ऐसा अपरिपक्व नेता माना जाने लगा जो राजनीति के लिए गंभीर नहीं है।कोरोना महामारी के दौरान EPF से जुड़ी इन 5 बातों को जानना है बहुत जरूरी
सोनिया गांधी की सभा में मुस्कुरा रहे थेवर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेसनीत यूपीए की हार हुई थी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने चुनाव में अकेले ही बहुमत हासिल कर लिया था। चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद सोनिया गांधी अपनी स्पीच दे रही थी और उनके पास खड़े राहुल गांधी लगातार गंभीर बातों पर भी मुस्कुरा रहे थे। इस पूरी वीडियो क्लिप को तब जनता में बहुत शेयर और रिशेयर कर कांग्रेस पार्टी तथा राहुल गांधी दोनों का मजाक बनाया गया।
राहुल से जुड़ा जो प्रसंग सर्वाधिक चर्चा में रहा था वो वर्ष 2018 का है। लोकसभा में एक गंभीर चर्चा के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अचानक ही गले लगा लिया था। इसके बाद वह अपनी सीट पर बैठे तथा अन्य कांग्रेस नेताओं की तरफ देखकर आंख मारने का इशारा किया। भाग्यवश टीवी पर लाइव प्रसारण चला रहे कैमरे ने उनकी इस हरकत को भी लाइव दिखा दिया। इस घटना के बाद उनके आलोचकों ने उन्हें संसद की प्रिया वारियर तक कहना आरंभ कर दिया था।
फिरोजाबाद की एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था, “आप सभी अपने क्षेत्र में एक आलू की फैक्ट्री खोलने की मांग कर रहे हैं परन्तु आपको समझना चाहिए कि मैं विपक्ष का नेता हूं, मैं यहां पर आलू की एक फैक्ट्री नहीं खुलवा सकता।” बाद में विरोधियों तथा जनता द्वारा मजाक बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी, वह वास्तव में आलू चिप्स की फैक्ट्री बनाने की बात कर रहे थे।
इसी तरह का एक अन्य किस्सा मुंबई के नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का है। वहां राहुल गांधी छात्रों की एक सेमिनार में भाग ले रहे थे। अपनी स्पीच के दौरान उन्होंने कहा, “एक दिन इस देश की बागडोर आपके हाथों में होगी आप माइक्रोसॉफ्ट के स्टीव जॉब्स तथा फेसबुक के अधिकारियों की तरह इसे संभालेंगे।” देखने और सुनने में यह बयान बिल्कुल साधारण और सही लगता है परन्तु सबसे बड़ी बात, स्टीव जॉब्स माइक्रोसॉफ्ट के नहीं वरन उसकी सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी कंपनी ऐप्पल के सीईओ है और यहीं पर उन्होंने गलती कर दी थी।
जिन लोगों ने 3 इडियट्स मूवी देखी है, उन्हें फिल्म का एक सीन बहुत अच्छे से याद होगा जब एक महत्वपूर्ण कैरेक्टर चतुर स्पीच देते हुए चमत्कार को बलात्कार पढ़ता है और एक बार नहीं बार-बार पढ़ता है। ठीक ऐसा ही राहुल गांधी के साथ भी हो चुका है। मध्यप्रदेश में महिलाओं की रैली को संबोधित करते समय भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए बलात्कार और भ्रष्टाचार में कन्फ्यूज हो गए थे। इसका भी वीडियो यूट्यूब तथा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।