हालांकि अभी हादसे की साफ वजह का तो पता नहीं चल पाया है, लेकिन शुरूआती जानकारी में ओवरहीटिंग की वजह से बॉयलर के फटने की आशंका जताई जा रही है। जिस जगह ये हादसा हुआ है, वो राजधानी पटना से करीब 160 किलोमीटर दूर है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त मिल के अंदर करीब 100 कर्मचारी ड्यूटी पर थे।
इस हादसे में लापरवाही के भी आरोप लगने शुरू हो गए हैं। हादसे में मरने वाले एक शख्स ने मीडिया को बताया कि मिल का बॉयलर भी ठीक नहीं था, जिस वजह से ये हादसा हुआ है। मिल के मालिक और इंजीनियरों को ये पता था कि बॉयलर ठीक नहीं है, लेकिन उसके बाद भी काम को जारी रखा गया और बॉयलर को ठीक नहीं कराया गया। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक बायलर पाइप में अचानक विस्फोट हुआ, जिसके बाद भयंकर वाली भगदड़ मच गई।
गोपालगंज के सरकारी अस्पताल के अधीक्षक शशिकांत मिश्रा के अनुसार, 90 फीसदी से ज्यादा जले नौ मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सबकी हालत नाजुक बनी हुई है। सभी घायलों को पीएमसीएच के लिए रेफर किया जा रहा है।
आपको बता दें कि पिछने महीने ही उत्तरप्रदेश के रायबरेली में एनटीपीसी के प्लांट में भी बॉयलर फटने की वजह से एक भीषण हादसा हो गया था, जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई थी। ये हादसा रायबरेली के ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी प्लांट में हुआ था, जहां 500 मेगावॉट की यूनिट नंबर 6 के बॉयलर का स्टीम पाइप फटने से हुए हादसे 20 मजदूरों की मौत हो गई थी। इस हादसे में 200 से ज्यादा वर्कर घायल भी हो गए थे। बताया जा रहा था कि हादसे के वक्त प्लांट में 350 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे।