जानिए पूरा मामला केशवपुर के रहने वाले रामलाल ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत किया कि खसरा बनाने के एवज में लेखपाल सुजीत कुमार मौर्या 2 हजार रूपये मांग रहा है। टीम के प्रभारी विनय कुमार सिंह ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से परमीशन लेकर आरोपी को गिरफ्तार करने 12 लोगों की टीम के साथ पहुंचे थे।मंगलवार को सुबह 10 बजे तहसील दिवस के दौरान नायब तहसीलदार संजय सिंह मौजूद थे। शिकायतों का निपटारा किया जा रहा था।
सुजीत मौर्या कचहरी कंपाउंड में अपना काम रहे थे। दिन करीब 11 बजे एंटी करप्शन टीम के 12 अधिकारी तहसील परिसर में दाखिल हुए। शिकायतकर्ता रामलाल ने प्लानिंग के अनुसार जैसे ही लेखपाल को रिश्वत का पैसा दिया। अधिकारियों ने सुजीत मौर्या को रंगे हाथ पकड़ लिया। सुजीत कुछ समझ पाता तब तक उन्होने अपना परिचय बताया और गिरफ्तारी कर लिए।
लेखपाल की गिरफ्तारी पर टीम की हुई पिटाई सुजीत मौर्या के गिरफ्तारी की जानकारी जैसे ही अन्य लेखपालों को हुई। सभी एकजुट होने लगे। दर्जनों लेखपाल एंटी करप्शन टीम की गाड़ी के पास आ गए और सुजीत मौर्या को छोड़ने का दबाव बनाने लगे। जब अधिकारी नहीं मानें तो उनके साथ मारपीट की गई।
यही नहीं उन्हें आरोपी लेखपाल के साथियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। लेखपालों और अन्य लोगों ने सभी को खदेड़कर तहसील परिसर के बाहर कर दिया और हंगामा करते रहे। इधर मौका पाकर आरोपी सुजीत मौर्या भाग निकला।
7 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज घटना की सूचना के बाद चुनार थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी अशोक सिंह ने बीच बचाव कर अधिकारियों को सुरक्षित निकाला और लोगों को शांत कराया। सभी अधिकारियों को थाने लाया गया। शिकायत के बाद 7 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। वीडियो फुटेज के जरिए अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि इन 7 आरोपियों में सुजीत मौर्य समेत 6 अन्य लेखपाल और एक आरोपी सुजीत का वकील पिता राम निहाल मौर्य शामिल है।
SDM चुनार चुनार तहसील के एसडीएम चंद्रभान सिंह ने कहा कि वीडियो फुटेज के जरिए सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है। सभी की पहचान कर आरोपियों को निलंबित किया जाएगा। साथ ही जो अन्य लोग मारपीट में शामिल हैं उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।