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कांग्रेसी उतरे सड़कों पर, प्रज्ञा ठाकुर का पुतला फूंकने के बाद की बर्खास्त करने की मांग ग्राम कस्तला के धीरज की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या कर दी गई थी। हत्या की रिपोर्ट मृतक के भाई ने थाना इंचौली में दर्ज कराई थी। जिसे पुलिस ने अज्ञात में दर्ज कर हत्याकांड की जांच शुरू कर दी थी। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने एसपी ग्रामीण और सीओ सदर देहात को लगाया था। जिस पर थाना इंचौली पुलिस ने मुखबिर की सहायता से मृतक धीरज की हत्या का खुलासा कर दिया। मृतक की हत्या उसके गांव के ही कृष्ण नागर और अनुज ने की थी।
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व अभियुक्तों के कहने पर धीरज ने अपनी जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड पर 2 लाख का लोन ले लिया था। जिसे अभियुक्तों ने प्रतिमाह 10 हजार रूपये देकर उतारने की बात कही थी, लेकिन आरोपी उधार के रूपये नहीं दे सके। जिसके कारण धीरज आरोपियों के साथ गाली-गलौज करता था। धीरज की शादी भी नहीं हुई थी। इस कारण उसको रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया। प्लान के अनुसार कृष्ण ने नींद की गोली चाय में मिलाकर धीरज को पिलाई गई। इसे बाद जब धीरज सो गया तो अनुज ने उसकी गर्दन दबा दी और कृष्णा ने उसके पैर पकड़ लिए। आरोपी हत्या का मौके से फरार हो गए। किसी को शक न हो इसलिए सुबह जब धीरज की हत्या की जानकारी गांव में लगी तो वे भी मौके पर पहुंच गए। सभी आरोपी धीरज के अंतिम संस्कार तक में शामिल हुए। जिससे किसी को हत्या का शक न हो, लेकिन पुलिस ने घटनास्थल से मिले सबूतों और मुखबिर की सूचना पर आरोपियों को पकड़ लिया।