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अनोखी पहल: साकार होने जा रही स्मार्ट विलेज की परिकल्पना, सेक्टरों की तर्ज पर होगा गांवों को विकास जिले में बड़ी संख्या में महिला समूह अपने उत्पाद तैयार कर रहे हैं। मेरठ में इस समय 800 से अधिक महिला समूह हैं, जो कि विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार कर रहे हैं। महिला समूहों को उनकी मेहनत के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं। बिचौलियों के जरिए उत्पादों को बेचना पड़ता है। ऐसा ही हाल महिला समूहों के दूसरे उत्पादों का भी है। इनमें सूत कातना, कपड़ा तैयार करना, मुरब्बा, अचार, मास्क और सिरका समेत कई तरह के उत्पाद महिला समूह तैयार कर रहे हैं। वहीं महिलाओं को ब्यूटी पार्लर और सिलाई-कढ़ाई की भी ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसके जरिए महिलाएं विभिन्न उत्पाद तैयार कर बाजार में बेच रही हैं।
अधिकारियों का प्रयास ऑनलाइन शॉपिंग में छाए जिले के महिला समूह अब शॉपिंग वेबसाइट के जरिए महिला समूहों को उत्पाद की बिक्री कराने की योजना तैयार चल रही है। अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के अधिकारियों ने सहमति भी जता दी है। सीडीओ ने बताया कि इस मामले में प्लानिंग चल रही है। इस पर विचार चल रहा है कि महिला समूहों द्वारा बनाए जाने वाले उत्पाद अमेजॉन-फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध कराए जाएं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो योजना जल्द ही परवान चढ़ेगी। उन्होंने बताया कि अमेजान और फ्लिपकार्ट पर महिला समूहों के उत्पादों की पूरी डिटेल रहेगी। उत्पाद का फोटो और कीमत भी वेबसाइट पर मौजूद रहेगी। अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के अलावा अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उत्पाद की डिटेल भी भेजी जाएगी।