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Meerut: व्यापारियों के आगे झुका प्रशासन, 24 मार्च के बाद पहली बार खोले गए बफर जोन के मुख्य बाजार चिकित्सकों के अनुसार फिलहाल, गर्भ में बच्चों के संक्रमित होने का कोई मामला सामने नहीं आया है। गर्भवती महिला बुलंदशहर अस्पताल से रेफर होकर सोमवार को ही कोविड अस्पताल में भर्ती हुई थी। संक्रमण की पुष्टि बुलंदशहर में हुई थी। गायनी विभाग की टीम ने बुधवार को देर शाम ऑपरेशन कर डिलीवरी कराई। ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ. अनुपम रानी, डॉ. पारुल, डॉ. रेनू, डॉ. गजेंद्र, डॉ. विभव तिवारी और बाल रोग विभाग की डॉ. अर्चना अग्रवाल, डॉ. रजा शामिल रहे।
ऑपरेशन में डॉक्टरों को करनी पड़ी मशक्कत डॉक्टरों ने बताया कि महिला का बीपी कंट्रोल नहीं हो पा रहा था। कई अन्य समस्याएं भी थीं। कई घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद मां और बच्चों को बचाने में सफल हुए। बताया जा रहा है कि कोविड वार्ड में चार गर्भवती महिला अभी भर्ती हैं, जिनका प्रसव इसी सप्ताह में होगा। इन सभी महिलाओं का कोरोना का इलाज चल रहा है। डॉ. रचना चौधरी ने बताया कि दोनों नवताज बिल्कुल स्वस्थ हैं। मां की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसको भी घर भेज दिया जाएगा।