वहीं सरकार ने अब फिर से प्रदेश में लॉकडाउन की तैयारी की है। फिलहाल शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक कुल 55 घंटे के लॉकडाउन का आदेश जारी किया गया है। एडीजी राजीव सब्बरवाल सड़कों पर उतरे और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। एडीजी ने बताया कि 55 घंटे के लॉकडाउन का पूरा पालन जोन में कराया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे घरों में ही रहे।
आम जनता की माने तो यह फिर से लॉकडाउन के सिलसिले की शुरूआत है। गुरुवार शाम को जिला प्रशासन और कमिश्नर को प्राप्त हुए मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी के आदेश के मुताबिक इस अवधि में सभी कार्यालय, शहर और गांवों की पैठ, हॉट बाजार, सभी बाजार, मंडी और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। केवल आवश्यक सेवाएं चालू रहेंगी। जिनमें चिकित्सा, आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी, सफाई और बिजली व्यवस्था चालू रहेंगी। रेलगाड़ी का आवागमन चालू रहेगा। साथ रेल से आने वाले यात्रियों के लिए रोडवेज की बसें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। हाइवे पर वाहनों का आवागमन जारी रहेगा। साथ ही हाइवे के किनारे पेट्रोल पंप और ढ़ाबे भी खुले रहेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग खुलेंगे लेकिन शहर में केवल निरंतर प्रोसेस वाले उद्योग ही चल सकेंगे। सभी बड़ी विकास परियोजनाओं का काम भी जारी रहेगा। जिला प्रशासन ने उसका सख्ती से पालन कराने के लिए तैयारी शुरू कर दी। डीएम अनिल ढींगरा ने बताया कि दो दिन के लॉकडाउन से सर्वे अभियान को काफी लाभ मिलेगा। कोरोना संक्रमण की चेन टूटेगी। मेरठ में सर्वे की मदद से संक्रमित लोगों को तेजी से तलाश किया जा रहा है।