यूपी के इस जिले में डॉक्टरों को देखकर डरने लगे हैं लोग, बुलाने पर भी नहीं निकलते हैं घर से बाहर
बागपत। बागपत में आजकल डॉक्टरों की टीम देखकर लोगों में दहशत का माहौल है। डॉक्टर को देखकर लोग घरों में घुस जाते हैं। लोगों में इतनी दहशत है कि वे डॉक्टरों के बुलाने पर भी बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। इससे बीमारी को दूर करने में डॉक्टरों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इस समस्या से निपटने के लिए डॉक्टरों ने लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है।
हर घर में दस्तक दे रहे हैं डॉक्टर दरअसल, सारा मामला बागपत में फैली ग्लैंडर्स की बीमारी को लेकर है। इसके खतरे को देखते हुए डॉक्टरों की टीम ईंट भट्टों से लेकर गांवों तक में डोर-टू-डोर दस्तक दे रही है। टीम ऐसे पशुओं की तलाश कर रही है, जिनमें इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं। ग्लैंडर्स की बीमारी को लेकर ब्रूक इंडिया संस्था की टीम जिले में दौरे पर है।
4600 घोड़े, खच्चर और गधे चिन्हित टीम के सदस्य डॉक्टर अनुज कुमार का कहना है कि जनपद में 4600 घोड़े, खच्चर और गधे चिन्हित किए गए हैं। इनमें इस बीमारी को लेकर खतरा हो सकता है। इससे निपटने के लिए अब तक 150 पशुओं के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें नौ घोड़ों को बीमारी के लक्षण मिलने पर उनको इंजेक्शन देकर मार दिया गया है। टीम के सदस्य इसको लेकर घर-घर जाकर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं जिससे यह बीमारी और न फैले। साथ ही बीमारी मिलने पर डॉक्टरों को सूचित करने के लिए कहा गया है।
देखें वीडियो:रिटायर्ड जज ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्याडरने लगे हैं लोग वहीं, लोगों में डॉक्टरों की टीम को देखकर दहशत फैल रही है। डॉक्टरों का कहना है कि बीमारी के बाद घोड़ों को मौत के घाट न उतार दिए जाए, इस डर से लोग पशुओं की जांच कराने से परहेज कर रहे हैं। इससे जांच करने में परेशानी आ रही है। लोगों को जागरूक करने का प्रयास भी लगातार किया जा रहा है।
बीमारी से हो जाती है घोड़े की मौत डीएम ऋषिरेंद्र कुमार ने यहां पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। जिले में बाहर से घोड़े या इसकी प्रजाति के किसी भी पशु के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजपाल सिंह ने कहा कि घोड़े और उसकी प्रजाति के लिए ग्लैंडर्स बीमारी खतरनाक है। पशु पालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। ग्लैंडर्स होने से संबंधित घोड़े की मौत निश्चित है। इससे निपटने के लिए बागपत से ही नहीं हिसार अनुसांधान केंद्र से आये डाक्टर भी लगातार बागपत में नजर बनाये हुए है।