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UP के मुरादाबाद, संभल और अमरोहा में ATS की छापेमारी, सरहद पार से जुड़े जासूसी के तार बता दें कि कमिश्नर एसवी सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर अंकित गहलौत तथा ज्वाइंट कमिश्नर राजेश कुमार ने गत शुक्रवार को मेरठ सीजीएसटी आयुक्तालय सभागार में पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि विभाग ने एक टूल बनाया है, जिसके जरिए कारोबारियों की ऑनलाइन निगरानी की जाती है। इसमें केंद्रीय मुख्यालय से मुरादाबाद की दो फर्मों को लगातार मॉनीटर किया जा रहा है। इसमें डीएम एंड संस जिसकी प्रॉपराइटर श्वेता अग्रवाल पत्नी अंशुल अग्रवाल और दूसरी फर्म वेव एग्रो ऑयल, जिसके प्रॉपराइटर अर्चित अग्रवाल हैं। अंशुल अग्रवाल और अर्चित अग्रवाल दोनों भाई हैं, जो दोनों फर्मों को चला रहे थे। सप्लायर्स चेन की जांच-पड़ताल में सामने आया कि दिल्ली, हरियाणा, यूपी, उतराखंड, कुरुक्षेत्र, लुधियाना आदि में लोग जुड़े हैं। दिल्ली और मुरादाबाद में पांच-पांच, कुरुक्षेत्र में एक और लुधियाना-पंचकुला में एक-एक टीम ने एक साथ छापेमारी की।
इस दौरान मुरादाबाद में अंशुल अग्रवाल और अर्चित अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया। साथ ही चेकबुक, इनवाइस, बैंक खातों से संबंधित रिकॉर्ड बरामद हुआ है। इसमें पेन ड्राइव और छपी हुई इनवाइस बरामद हुई हैं। उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस के नाम से को-आपरेटिव में खाता था। अधिकारियों का कहना है कि दोनों भाइयों तथा उनके एकाउंटेंट ने पूछताछ में जानकारियां दी। कारोबारियों ने अपराध स्वीकारा है। जांच पूरी होने के बाद इसकी वसूली की जाएगी। दोनों को सीजीएसटी टीमों ने सीजेएम मेरठ न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों कारोबारियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
कमिश्नर एसवी सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर अंकित गहलौत तथा ज्वाइंट कमिश्नर राजेश कुमार ने बताया कि अलग-अलग ठिकानों पर 13 टीमें कार्रवाई कर रही थीं। इसी बीच एक कारोबारी के फेसबुक अकाउंट पर लोकेशन काठमांडू की आ रही थी। टीमों को नेपाल भेजने की तैयारी कर ली थी। इसी बीच मुरादाबाद में छापा मारा तो दोनों भाई वहीं मिल गए। बताया कि फेसबुक पर भ्रमित करने के लिए काठमांडू लिखा है। छापेमारी में अधीक्षक देवेंद्र कुमार, आरएस राठौर, पीके शर्मा, राजकुमार, निरीक्षक दीपक श्रीवास्तव, बिजेंद्र, कमल सिंह, विपुल तोमर मौजूद रहे।