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इस वजह से बुलाई गई थी गांव में पंचायत, जमकर हुई मारपीट, महिलाओं को भी नहीं बख्शा, देखें वीडियो सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार मेरठ में हवा की क्वालिटी का इंडेक्स165 एक्यूआई तक पहुंच चुका है। हवा में प्रदूषण का स्तर 2:5 पीएम यह न्यूनतम 188 और अधिकतम 392 तक होना चाहिए। मेरठ की हवा में पीएम 10 तक पहुंच चुका है। हवा की गुणवत्ता दिनों-दिन खराब हो रही है। बता दें कि सीपीसीबी ने मेरठ को हवा की गुणवत्ता के लिहाज से येलो कैटेगिरी में रखा है, यानी मध्यम से निचला स्तर। प्रदूषण विभाग के अनुसार यह हवा लोगों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। यह फेफड़े, दाम और दिल के रोगियों के लिए बहुत घातक होती है। पीएम का स्तर ही चार से पांच गुना होने से लोगों में बीमारी फैलने लगी है।
मौसम विभाग और पर्यावरण विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में वायु में हवा का स्तर और अधिक खराब होने की उम्मीद जताई जा रही है। डा. कंचन सिंह के अनुसार इन दिनों मौसम में विशेष रूप से अप्रत्याशित परिवर्तन हो रहे हैं। यह परिवर्तन ग्लोबल वार्मिंग के कारण हो रहे हैं। पहले अक्टूबर में जोरदार ठंड पड़ती थी। आज अक्टूबर महीने में लोगों के घरों में एसी चल रहा है। यह परिवर्तन मानव के लिए काफी खतरनाक है। ऐसे मौसम में आद्र्रता अधिक होने से बीमारियां बढ़ती हैं। बता दें कि सरकारी अस्पतालों में इन दिनो मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।
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