रेमडेसिवीर के बाद एक्टेमरा कालाबाजारी, कोरोना संक्रमितों को गंभीर हालत में दिया जाता है ये इंजेक्शन
इंजेक्शन लेने के लिए जरूरतमंद को जरूरी कागजात दिखाने होंगे जिसके बाद उन्हे हाथों-हाथ इंजेक्शन दे दिया जाएगा। एडीएम सिटी अजय तिवारी ने बताया कि प्रशासन को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी किए जाने की शिकायतें मिल रही हैं। इसी को देखते हुए रेमडेसिविर इंजेक्शन का दुरूपयोग न हो इसकी पुख्ता व्यवस्था की गई है। अब जिसे रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत होगी उसको ही यह इंजेक्शन कोर्ट से मिलेगा।अगर आपको भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता है तो सिटी मजिस्ट्रेट ( city magistrate ) कोर्ट से रेमडेसिविर इंजेक्शन आपको मिल जाएगा लेकिन इसके लिए डॉक्टर का पर्चा व मरीज की तमाम रिपोर्ट दिखानी होंगी। यह भी दिखाना होगा कि मरीज कब से अस्पताल में भर्ती है और उसको क्या वाकई इस इंजेक्शन की जरूरत है। कोर्ट परिसर में कागजों की जांच के लिए सीएमओ की टीम भी मौजूद रहेगी। इस टीम में चिकित्सक भी शामिल होंगे।
इंजेक्शन मरीज को लगा इसका भी प्रमाण देना होगा। इंजेक्शन का कहीं दुरूपयोग न हो या इसकी कालाबाजारी न हो इस पर भी पैनी निगाहें होंगी। यह भी पढ़े: एक रुपया खर्च नहीं होगा, बढ़ जाएगी आपके पंखे की रफ्तार और घट जाएगा बिजली बिल
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