एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए आरोपी अंकुर ने बताया कि वह नकल कराने के लिए प्रत्येक अभ्यार्थी से 20 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक वसूलते थे। दिल्ली पुलिस की परीक्षा एक प्राइवेट कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विस के माध्यम से कराई जाती है। आरोपी ने बताया कि वे कई बार इस कंपनी की साइट भी हैंक कर चुके हैं। मेरठ एसटीएफ ने अंकुर के चार अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के ही अनुसार पकड़ा गया अंकुश शातिर बदमाश हैं. वह हरिद्वार में परीक्षा की तैयारियों के लिए एक कोचिंग सेंटर चलाता था। उसके कोचिंग सेंटर में ही टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के माध्यम से दिल्ली पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर होते हैं। अंकुर एक कैंडिडेट से बीस हज़ार से 50 हजार रुपये लेकर अपने सेंटर में नकल कराता था। मेरठ एसटीएफ को इसकी जानकारी लगी तो एसटीएफ ने जाल बिछाना शुरू कर दिया। एसटीएफ ने मौका मिलते ही हरिद्वार में छापा मारकर सेंटर संचालक अंकुर को गिरफ्तार कर लिया।
अंकुर की निशानदेही पर उसके चार अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी से पूछताछ की जा रही है। एसटीएफ के सीओ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि सेंटर संचालक ने काफी समय से यह रैकेट चलाया हुआ था। रैकेट के बाकी सदस्य बाहर अभ्यार्थियों से नकल कराने की सेटिंग कर रुपये तय करते थे और अंकुर सेंटर के भीतर नकल कराने का काम करता था। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है।