घटना थाना
हस्तिनापुर की है। कस्बे में राजकीय पशुधन कृषि प्रक्षेत्र डेयरी फार्म में काम करने वाले कर्मचारी
बिजेंद्र अपने परिवार के साथ रहते हैं। उसके छोटे बेटे का शव संदिग्ध हालात में पांडवान के जंगल में पेड़ पर लटका मिला। बेटे का शव पेड़ पर लटका हुए देख मां बेसुध हाे गई और जमीन पर गिर पड़ी। परिजनों ने किसी तरह महिला काे होश दिलाया। होश में आते ही मां अपने बेटे के शव से लिपट गई और फफक-फफककर रोने लगी। यह देख सभी की आंखे नम हो गई किसी तरह मां को शव से अलग किया गया।
पिता बिजेंद्र ने बताया कि वह जब ड्यूटी समाप्त होने के बाद जब वह शाम पांच बजे घर पर लौटे तो उन्हें 17 वर्षीय छोटा बेटा धीरज नजर नहीं आया। इसके बाद उन्होंने आसपास पूछताछ शुरू की लेकिन कहीं उसका पता नहीं चला। दोस्तों से बात करने पर पता चला कि वह पांडेश्वर मंदिर के पास घास काटने गए बडे़ भाई के पास जाने को कह रहा था। परिजनों ने धीरज की तलाश पांडेश्वर मंदिर के आसपास और जंगल में शुरू की। परिजन और ग्रामीण जब पांडवान वन पहुंचे तो एक पेड़ पर धीरज का शव लटकता हुआ मिला। परिजनों ने आनन-फानन में धीरज के शव को फंदा काटकर पेड़ से उतारा लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
इसकी जानकारी थाना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी
अशोक कुमार ने बताया कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। घर में छोटे बेटे की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में छोटा होने के कारण सभी का लाडला था। मां और बहन धीरज का शव देखकर बेसुध हो गई जबकि परिवार के अन्य सदस्य भी सदमें में हैं।