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Breaking: भाजपा के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी, यूपी की इन महत्वपूर्ण सीटों पर नहीं हुआ निर्णय 2014 चुनाव में ये थे परिणाम मुजफ्फरनगर दंगों के बाद बागपत लोक सभा सीट पर समीकरण बदल गए थे। यही वजह रही थी कि चौधरी अजित सिंह के गढ़ माने जाने वाले बागपत में रालोद को हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि अजित सिंह के परंपरागत जाट आैर मुस्लिम वोटरों में दरार आने की बात सामने आयी थी। 2014 लोक सभा चुनाव में भाजपा के सत्यपाल सिंह ने 28 फीसदी के साथ 4,23,475 वोट लेकर जीत दर्ज की थी। दूसरे नंबर पर सपा के गुलाम मोहम्मद ने 2,13,609 आैर चौधरी अजित सिंह 1,99,516 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
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अनामिका अंबर ने मोदी के बारे में कुछ कह दिया था एेसा कि शिवपाल ने काट दिया टिकट! इस बार ये हैं समीकरण अजित सिंह बागपत लोक सभा सीट से आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन 2019 लोक सभा चुनाव में वह मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। बागपत सीट पर उनके पुत्र जयंत चौधरी भाजपा के डा. सत्यपाल सिंह के सामने होंगे। पिछलेे चुनाव के परिणाम के बाद रालोद नेता अपना वर्चस्व बचाने के लिए फिर जुटे। इसी का परिणाम रहा कैराना लोक सभा उपचुनाव में जीत। जयंत चौधरी ने इस बार नए सिरे से बागपत में अपनी चुनावी तैयारी की है। एेसे में जयंत आैर डा. सत्यपाल के बीच सीधा आैर रोचक मुकाबला होगा।