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सपा विधायक के फूफा की कोरोना से मौत, अब तक 13 ने तोड़ा दम, नए 21 मरीजों से आंकड़ा पहुंचा 230 शनिवार की शाम रोहटा सीएचसी पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनात उमेश कुमार अपने सहयोगियों आशुतोष शुक्ला और मोहित कुमार के साथ कार से सीएचसी लौट रहे थे। इनका आरोप है कि रोहटा बस स्टैंड पर पुलिस ने चेकिंग की बात कहकर स्वास्थ्यकर्मियों को कार से उतार लिया। स्वास्थ्य कर्मी बताने और आईकार्ड दिखाने के बावजूद भी पुलिसकर्मियों ने उनसे अभद्रता की। विरोध करने पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उमेश कुमार ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी।
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Kranti 1857: 85 भारतीय सैनिकों का किया कोर्ट मार्शल तो 10 मई को ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ शुरू हुआ विद्रोह इसके बाद घटना के विरोध में सभी चिकित्सक और कर्मचारी एकजुट हो गए और चेतावनी दी कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप रखी जाएगी। स्वाथ्यकर्मियों की चेतावनी को देखते हुए एसएसपी ने सख्त रुख अपनाते हुए एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है और रोहटा इंस्पेक्टर और दरोगा के खिलाफ जांच बिठा दी है। उन्होने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।