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कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की सेवा के लिए इस शहर से जाने वाले लोगों की दास्तान सुनेंगे तो रह जाएंगे सन्न सुबह तीन बजे खोला था मोबाइल हत्यारोपी मेजर ने अपना मोबाइल सुबह तीन बजे जब खोला, तो उसकी लोकेशन दिल्ली पुलिस की रडार पर फिर से आ गई। हत्यारोपी मेजर इसके बाद मार्निंग वाॅक के लिए सुबह निकला ही था कि उसे मेरठ और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने धर दबोचा। हत्यारोपी मेजर को तनिक भी भनक नहीं लगी कि पुलिस उसे इस तरह से गिरफ्तार कर सकती हैै। मेरठ के लालकुर्ती थाने के इंस्पेक्टर रघुराज सिंह के अनुसार दिल्ली के नारायणा थाने के इंस्पेक्टर मनोज कुमार अपनी टीम के साथ हत्यारोपी मेजर निखिल हांडा का पीछा कर रहे थे। कभी उसका मोबाइल बंद हो जाता, तो कभी खुल जाता। जब भी मोबाइल खुलता तो वह दिल्ली पुलिस के रडार पर आ जाता था। मेरठ कैंट एरिया में निखिल के दाखिल होते ही हत्या वाली देर रात मोबाइल बंद हो गया। इसके बाद रात में दो बार उसका मोबाइल खुला और बंद हुआ। इसके बाद लगभग बंद ही रहा। इंस्पेक्टर रघुराज ने बताया कि प्रातः करीब तीन बजे मेजर का फोन खुला।
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इस प्राधिकरण की महिला लिपिक को योगी राज में मिली यह सजा, अब कोर्इ भी कर्मचारी एेसा करने की सोचेगा भी नहीं ट्रैक सूट में मार्निंग वॅाॅक पर निकला था मेजर तब तक दिल्ली पुलिस की टीम लालकुर्ती थाने में ही बैठी रही। हत्यारोपी मेजर निखिल हांडा सुबह ट्रैक सूट में पैदल ही घूमने के लिए निकला। इसी दौरान उसके पीछे दिल्ली और मेरठ पुलिस लग गर्इ और सड़क पर मेजर को पकड़ लिया। हत्यारोपी मेजर ने बताया कि वह रात ही मेरठ की आफिसर्स की मेस में आ गया था। उसने यहां पर रात में शराब पी और उसके बाद कमरे में ही खाना मंगाकर खाया। इसके बाद उसे नींद नहीं आ रही थी, इसलिए वह बार-बार मोबाइल खोल रहा था और बंद कर रहा था। उसने बताया कि उसे जरा भी इस बात का संदेह नहीं था कि उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसने कहा कि मेजर की पत्नी के साथ सड़क हादसा हुआ है, उससे उसका कुछ मतलब नहीं है।