मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद अब पत्नी सीमा सिंह की जान को खतरा, पुलिस के नोटिस पर बागपत आने से किया इनकार यहां बता दें कि बागपत की जेल की हर कैदी की तारीफ करता है, क्योंकि यहां मिलने वाली सुविधाएं वीआईपी से कम नहीं होती। रात के समय तो सभी सुविधाएं उनको मिल ही जाती हैं। इसके अलावा मनपसंद खाने से लेकर नशे और अन्य सुविधाएं भी उनको बागपत जेल में मिल जाती हैं। यही कारण है कि बागपत जेल से फरूखाबाद जेल में भेजे गए सुनील राठी को अब बागपत जेल की याद सता रही है। उसको फरूखाबाद जेल का खाना रास नहीं आ रहा है। सोने के लिए बिस्तर की जगह चटाई मिल रही है, जिससे उसको परेशानी हो रही है।
मुन्ना बजरंगी की शिकायत करने वाले पूर्व बसपा विधायक के भाई पर ताबड़तोड़ फायरिंग सूत्रों की मानें तो सुनील राठी को बागपत जेल में अपने घर जैसा ही लगता था। जेल मेें ही उसकी साथियों के साथ चौकड़ी जमी रहती थी। जेल से ही वह अपने सारे कामों को अंजाम भीे दिया करता था। गृह जनपद होने के कारण उसको कभी दिक्कत भी नहीं होती थी, लेकिन फरूखाबाद जेल ने उसकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। मनमाफिक बिस्तर नहीं मिलने के कारण राठी कई रोज से सोया तक नहीं है। यही कारण है कि सुविधा उपलब्ध न होने पर राठी ने 5 दिन से जेल में खाना छोड़ दिया है। हालांकि फरूखाबाद जेल के जेलर ने बताया कि सुनील भूख हड़ताल पर नहीं है। दबाव बनाने के लिए यह सब बातें सामने आ रही हैं।