पश्चिम यूपी के एक दिग्गज भाजपा नेता ने पत्रिका से हुई बातचीत में बताया कि ये कोई नई बात नहीं है। अभी इससे पहले भी जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए वहां पर भी मेरठ और आसपास के जिलों से सक्रिय और तेजतर्रार कार्यकर्ताओं को भेजा गया था। संगठन का शीर्ष नेतृत्व जरूरत से हिसाब से जिम्मेदारी तय कर कर कार्यकर्ताओं को भेजता है। इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी यूपी के नेता को मिली है। उप्र के सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर को मध्य प्रदेश व पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह को राजस्थान की जिम्मेदारी दी गई है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा की चुनावी बागडोर उत्तर प्रदेश के दिग्गज मंत्रियों और संगठन पदाधिकारियों के हाथ होगी। चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। दूसरी ओर प्रदेश सरकार के मंत्री और पार्टी पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव में प्रबंधन का जिम्मा मिला है।
मध्य प्रदेश में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में सीएम योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद, ब्रजेश पाठक और महिला एवं बाल कल्याण मंत्री बेबीरानी मौर्य शामिल होंगी। चुनाव प्रबंधन की कमान सहकारिता राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार)जेपीएस राठौर के हाथ में है। उन्हें भोपाल संभाग के 25 विधानसभा क्षेत्रों का प्रभारी बनाया है। मेरठ निवासी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी को एमपी में दस विधानसभा और तीन लोकसभा क्षेत्रों का प्रभारी बनाया गया है।
राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह को राजस्थान का प्रभारी बनाया है। प्रदेश महामंत्री गोविंद शुक्ला को जयपुर में प्रदेश मुख्यालय पर चुनावी व्यवस्थाओं के लिए तैनात किया है। यूपी के पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह अजमेर संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, टोंक और नागौर सहित 29 विधानसभा क्षेत्रों का प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा यूपी के 66 विधायकों को दूसरे चरण के लिए राजस्थान के विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले चरण में भेजे गए विधायक वापस आ गए हैं। भाजपा सांसद डॉ.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने बताया कि संगठन ने जो दायित्व उनको सौंपा है उसको पूरा करेंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा पांचों राज्यों में भारी बहुमत से चुनाव में जीत हासिल कर राज्यों में सरकार बनाएगी।