नवंबर 2008 में हुआ था डबल मर्डर बात नवंबर 2008 की है। 10 नवंबर 2008 की रात को मेरठ के मेडिकल थानाक्षेत्र के प्रेम प्रयाग काॅलोनी में प्रेमवीर सिंह और उनकी पत्नी संतोष का कत्ल हुआ था। दोनों के शव उनके घर में पड़े मिले थे। प्रेमवीर सिंह और संतोष प्रियंका सिंह के माता-पिता थे। प्रियंका सिंह ने मार्च 2005 में मिस मेरठ का खिताब जीता था। इस डबल मर्डर ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी थी। पुलिस ने इसका खुलासा भी चौंकाने वाला किया था।
कोर्ट ने सुनाई थी उम्रकैद की सजा प्रियंका सिंह ने 18 साल की उम्र में मिस मेरठ का ताज पहना था। उस समय उसने अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी मां को दिया था। इसके बाद वह अखबारों की सुर्खियां भी बनी थी। इसके तीन साल बाद ही प्रियंका के माता-पिता का कत्ल हुआ था। इस मामले में पुलिस ने प्रियंका सिंह और उसकी सहेली अंजू को मेरठ में ही किराए के एक मकान से गिरफ्तार किया था। अंजू अमरोहा की रहने वाली है। पुलिस की पूछताछ में उसने माता-पिता की हत्या करना कबूल किया था। 28 मई 2015 को कोर्ट ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अब दोनों जेल में हैं।
यह थी वजह वारदात के खुलासे की वजह काफी चौंकाने वाली रही। प्रियंका की स्कूलिंग मेरठ के जेपी एकेडमी से हुई थी। उसका मन मॉडलिंग में जाने का था। 2002 में उसने इंडियन स्कूल आॅफ फैशन टेक्नोलॉजी से ग्रेजुएशन किया था। मॉडलिंग में किस्मत आजमाने के दौरान वह 2005 में मिस मेरठ बनी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्वॉयफ्रेंड से उसका ब्रेकअप हो गया था। इसके बाद वह 2006 में दिल्ली के गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक में चली गई थी, जहां उसकी मुलाकात अंजू से हुई थी। अंजू अमरोहा की रहने वाली है। उसके पिता बैंक अधिकारी थे। वह भी अपने परिवार से नाराज थी। समय के साथ दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। दोनों पर समलैंगिक होने के आरोप तक लगे थे। दोनों एक साथ रहने की जिद पर अड़ी थी, जिसका विरोध प्रियंका के पिता करते थे। इससे प्रियंका नाराज रहने लगी थी। पुलिस के खुलासे में प्रियंका की नाराजगी को हत्या की वजह बताया गया था।