बता दें गंगानगर थाने में 12 सला की बच्ची के चेकअप के नाम पर डाक्टर पर दुष्कर्म का आरोप है। आरोपी डाक्टर गगन अग्रवाल के खिलाफ थाने में दुष्कर्म, पॉक्सो और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था। बच्ची अपना इलाज कराने के लिए डॉक्टर के क्लीनिक पर आई थी। आरोप है कि इसी दौरान डॉक्टर ने उसके साथ हरकत की है। बच्ची का मेडिकल परीक्षण के साथ कोर्ट में 164 के बयान पुलिस ने दर्ज करा दिए हैं। पुलिस अभी तक नामजद डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पीडित बच्ची की मां का आरोप है कि लगातार समझौते का दबाव आ रहा है। परिवार दहशत में है। पुलिस भी बार.बार उन्हें बयान के लिए थाने बुलाती है।
सीओ सदर देहात पूनम सिरोही ने पीड़ित परिवार को डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा जताया है। आईएमए के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मेरठ एडीजी राजीव सभरवाल से मिला और डॉक्टर गगन पर दर्ज मुकदमे की निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि डॉक्टर कहीं भागे नहीं। आरोपी डाक्टर जांच में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे। आईएमए पदाधिकारियों ने कहा कि क्लीनिक के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज है। आईएमए के पदाधिकारियों ने कहा कि डॉक्टर गगन अग्रवाल इस तरह की हरकत नहीं कर सकते। बच्ची से जांच करने के दौरान कोई महिला होनी चाहिए थी। जो नहीं है, ये गलती है। बाकी कोई लापरवाही या हरकत नहीं लगती है। डॉक्टरों का पैनल भी इसकी जांच कर रहा है। आईएमए पदाधिकारियों की पूरी बात सुनकर एडीजी ने सीएमओ की देखरेख में पैनल का गठन कराने के लिए कहा। इस मौके पर पीडियाट्रिक सोसायटी के अध्यक्ष डॉ0 राजीव प्रकाश, सचिव डॉ0 शरद जैन, आईएमए की पूर्व सचिव डॉ, मनीषा त्यागी, डॉ0 नीरज कांबोज, डॉण् तनुराज सिरोही मौजूद थे।