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काफी इंतजार के बाद जब हुर्इ झमाझम बारिश तो सबने ली राहत आैर एेसे की मस्ती, देखें तस्वीरें मेरठ कालेज के प्राॅक्टोरियल बोर्ड का निर्णय दरअसल, पिछले कर्इ दिनों से मेरठ कालेज प्रबंधन को शिकायतें मिल रही थी कि बाहर के युवक-युवतियां कालेज कैंपस में आ रहे हैं आैर घंटों बैठकर यहां का माहौल खराब कर रहे हैं। यहां आने वाली युवतियां मुंह पर कपड़ा बांधकर आती हैं, जिससे उनकी पहचान नहीं हो सके। कालेज के प्राॅक्टोरियल बोर्ड ने मिल रही शिकायतों पर कालेज कैंपस में चेकिंग करार्इ तो सच्चार्इ सामने आ गर्इ।
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परिवहन मंत्री ने प्राइवेट कार से पहुंचकर आरटीआे पर मारा छापा तो मच गया हड़कंप, अफसर आैर कर्मचारियों का यह हुआ हाल चेकिंग में पकड़े गए बाहरी युवक-युवतियां प्राॅक्टोरियल बोर्ड की टीम ने शनिवार की दोपहर चेकिंग की तो आॅडिटोरियम के पास पेड़ के नीचे युवक-युवती खाना खा रहे थे। टीम के सदस्यों ने जब दोनों से आर्इ कार्ड मांगा तो उन्होंने मना कर दिया आैर कहा कि वे टाइम पास करने आए थे। इसी तरह कैंपस में ही अन्य युवक-युवती चेकिंग के दौरान मिले। युवती ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। दोनों ही मेरठ कालेज के छात्र नहीं थे। इन चारों को टीम ने चेतावनी देकर छोड़ा। बाद में प्राॅक्टोरियल बोर्ड की बैठक हुर्इ।
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मेरठ में मुकदमे की पैरवी करने वालों को धमकियां मिलने का एक आैर मामला आया सामने आर्इ कार्ड रखना होगा अपने पास चीफ प्राॅक्टर डा. अलका चौधरी का कहना है कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि मेरठ कालेज के छात्र-छात्राएं कालेज में आते समय अपना आर्इकार्ड साथ रखें, उनसे कभी भी मांगा जा सकता है। साथ ही छात्राएं कालेज के अंदर मुंह पर कपड़ा बांधकर नहीं आएंगी। अगर एेसा नहीं करती हैं तो उन्हें कालेज कैंपस में प्रवेश नहीं मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्राॅक्टोरियल बोर्ड की टीमें कालेज के अंदर दो बार चेकिंग करेंगी।