यह हुआ था 20 दिसंबर को बताया जा रहा है कि 20 दिसंबर (December) को हिंसा के दौरान 40 रंगरूट और आरएएफ (RAF) के दो जवान बवालियों के बीच फंस गए थे। उन्होंने खुद को एक दुकान में बंद कर लिया था। उपद्रवी बाहर से पत्थर बरसा रहे थे। बचाव के लिए पुलिस भी नहीं पहुंच पा रही थी। घंटों तक वे फंसे रहे। बाद में पुलिस पहुंची और उन्हें बचाया। इसका वीडियो गुरुवार को पुलिस ने जारी किया।
उपद्रवियों के बीच फंस गए थे जवान नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान 20 दिसंबर को आधा शहर जलने लगा था। पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही रंगरूट भी उतार दिए गए थे। हापुड़ रोड पर जमकर बवाल चल रहा था। आगजनी और पथराव के दौरान 40 रंगरूट और आरएएफ के दो जवान उपद्रवियों के बीच फंस गए थे। उन्होंने खुद को एक दुकान में बंद कर लिया था। अब पुलिस ने उनको बचाने का वीडियो जारी किया है। इसमें रंगरूट दुकान से निकलते दिखाई दे रहे हैं। साथ ही आरएएफ के जवान भी हैं। दुकान के सामने आगजनी है। पत्थर पड़े हुए हैं। पुलिस दावा कर रही है कि उस दिन यदि कुछ देर और होती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। वीडियो में रंगरूटों के चेहरों पर दशहत दिखाई दे रही है। बाहर फोर्स देखकर उनकी जान में जान आई थी।
यह कहा एसएसपी ने वहीं, सभी की जान बचने के बाद अफसरों ने भी राहत की सांस ली थी। इस बारे में एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि जैसे-जैसे वीडियो फुटेज सामने आ रहे हैं, उनकी जांच करवाकर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। जिन लोगों ने जवानों पर पत्थर बरसाए उनका पता लगाया जा रहा है।