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मेरठ

मंगल दोष है कुंडली में तो करें ये उपाय, शादी की हर बाधा होगी समाप्त

ज्याेतिषियों का मानना है कि उपाय करने से दूर होगी मंगली की चिंता
 

मेरठJul 02, 2018 / 05:20 pm

sanjay sharma

meerut

मंगल दोष है कुंडली में तो करें ये उपाय, शादी की हर बाधा होगी पार

मेरठ। भारतीय समाज में शादी लड़के की हो या फिर लड़की की। इनमें कुंडली का बड़ा योगदान माना जाता है। ज्याेतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में यदि दोनों के ग्रह-नक्षत्र मिल जाए और शादी पक्की, लेकिन कहीं अगर ग्रह-नक्षत्र मिलने में संदेह की स्थिति होती है तो अच्छे से अच्छे रिश्ते टूट जाते हैं। इसी तरह से लड़की मंगली है तो उसके लिए रिश्ता तलाशना काफी मुश्किल हो जाता है, लेकिन अब ऐसा नहीं है। ज्योतिष में भी मंगल के प्रभाव का तोड़ निकाल लिया गया है। ऐसा कहना है पंडित ओम प्रकाश शास्त्री का।
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कुंडली में मांगलिक दोष होता है यह

पंडित शास्त्री के अनुसार जब किसी कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मंगलिक दोष लगता है। इस दोष को विवाह के लिए अशुभ माना जाता है। खासकर स्त्रियों के लिए। यह दोष जिन लोगों की कुण्डली में हो, उन्हें मंगली जीवनसाथी ही तलाश करना चाहिए ऐसी मान्यता है।
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28 की आयु में विवाह पर नहीं मांगलिक दोष

पंडित ओम प्रकाश शास्त्री कहते हैं कि कुंडली में मांगलिक दोष है, वे अगर 28 वर्ष के पश्चात विवाह करते हैं, तब मंगल वैवाहिक जीवन में अपना दुष्प्रभाव नहीं डालता है। शादी से पहले अक्सर लोग होने वाले वर-वधू की कुंडली मिलवाते हैं। यदि किसी की कुंडली में मंगल दोष निकल आता है तो घबराने की जरुरत नहीं क्योंकि ज्यतिषी उपाय से सभी प्रकार के मंगल दोष को दूर किया जा सकता है। किसी अनुभवी ज्योतिषी से चर्चा करके ही मंगल दोष निवारण पूजन करना चाहिए।
स्त्री चुनरी मंगल तो पुरूष पगड़ी मंगल

पंडित शास्त्री के अनुसार चंद्र लग्न से मंगल की यही स्थिति चंद्र मांगलिक कहलाती है। यदि दोनों ही स्थितियों से मांगलिक हो तो बोलचाल की भाषा में इसे डबल मांगलिक और केवल चंद्र मांगलिक हो तो उसे आंशिक मांगलिक भी कहते हैं।मांगलिक पुरुष जातक की कुंडली में मंगल की यह स्थिति हो तो वह पगड़ी मंगल (पाग मंगली) और स्त्री जातक की चुनरी मंगल वाली कुंडली कहलाती है। कुंडली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मंगलिक दोष लगता है। इस दोष को विवाह के लिए अशुभ माना जाता है।
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ये उपाय दूर करेंगे मांगलिक दोष

मंगली व्यक्ति इन उपायों पर गौर करें तो मांगलिक दोष को लेकर मन में बैठा भय दूर हो जाता है। इसके बाद वैवाहिक जीवन में मंगल का भय भी नहीं रहता। पंडित शास्त्री ने बताया कि अगर विधि विधान से पीपल विवाह, कुंभ विवाह, सालिगराम विवाह तथा मंगल यंत्र का पूजन आदि कराके कन्या का संबंध अच्छे ग्रह योग वाले वर के साथ करें, तो मंगल दोष का प्रभाव हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है। मंगल यंत्र विशेष परिस्थिति में ही प्रयोग करें। देरी से विवाह, संतान उत्पन्न की समस्या, तलाक, दाम्पत्य सुख में कमी एवं कोर्ट केस इत्यादि में ही इसे प्रयोग करें। छोटे कार्य के लिए नहीं। मंगल की पूजा का अंगारेश्वर महादेव, उज्जैन (मध्यप्रदेश) का विशेष महत्व है।

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