यह भी पढ़ेंः
यूपी के इस शहर में जन्म दिन पर संगीनों के साये में रही बाबा साहेब की प्रतिमाएं दो अप्रैल को उपद्रव के बाद सतर्क हुई बसपा बसपा के पदाधिकारियों का कहना है कि बीती दो अप्रैल को हुए उपद्रव के बाद से बसपा काफी सतर्क हो गई है। जिले में होने वाले हर कार्यक्रम और उनकी गतिविधियों पर बहन जी की नजर है। उन्होंने बताया कि इस बार शहर और जिले में होने वाले किसी भी आयोजन से पार्टी पदाधिकारी और बड़े कार्यकर्ताओं को दूर रहने के निर्देश पार्टी सुप्रीमो की ओर से दिए गए थे। जिसके चलते अंबेडकर जयंती शालीनता और साधारण तरीके से मनाने के निर्देश थे।
यह भी पढ़ेंः
लेडी सिंघम ने भरी हुंकार- अंबेडकर जयंती पर किसी ने बवाल किया तो… बड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता गौतमबुद्धनगर तलब पार्टी ने किसी भी तरह से आयोजन और संभावित उपद्रव से अपने आप को दूर रखते हुए अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को गौतमबुद्धनगर तलब किया था। गौतमबुद्धनगर में ही बसपा ने पार्टी का बड़ा आयोजन किया था। सूत्रों के अनुसार इसी कारण मेरठ के बसपा कार्यालय में कोई बड़ा आयोजन नहीं आयोजित किया गया।
बसपा की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार हो सकता था उपद्रव बसपा के जिलाध्यक्ष मोहित कुमार ने बताया कि कुछ राजनैतिक दल चाहते हैं कि जिले में 14 अप्रैल को उपद्रव हो और उसकी जिम्मेदारी बसपा पर डाल दी जाए। जैसा कि बीती दो अप्रैल को हुआ। उन्होंने कहा कि दो अप्रैल को हुआ उपद्रव बसपा के खिलाफ सुनियोजित षडयंत्र के तहत था। इसी तरह से यदि 14 अप्रैल को जिले में कहीं कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी बसपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर डालने की तैयारी थी। इस कारण बहन जी ने बाबा साहेब के जन्मदिन के मौके पर जिले में किसी भी बड़े आयोजन करने की अनुमति प्रदान नहीं की।