इसके लिए बेरोजगार युवाओं को प्रधानमंत्री कौशल विकास ( skill development ) के तहत प्रशिक्षण देकर उनको जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी और पीएचसी में तैनाती दी जाएगी। ऐसा
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। इससे जहां सीएचसी और पीएचसी में कर्मचारियों की कमी पूरी होगी वहीं बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा। कौशल विकास मिशन केंद्र के जिला समन्वयक नोडल प्रधानाचार्य
पीपी अत्री ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्हाेंने बताया कि
कोविड -19 से सम्बन्धित 6 ट्रेड में नौकरी के इच्छुक युवाओं को एक माह का निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
प्रशिक्षण के उपरान्त दो माह के लिए पीएचसी और सीएचसी के अलावा अन्य सरकारी अस्पताल में दो साल की
ओआईटी यानी आन जाब ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम एक जून 2021 से प्रारंभ किया जाएगा। जिन छह ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जाएगा उनमें इमरजेंसी मेडिकल टेक्निकल, जनरल डयूटी असिस्टेंट, होम हेल्थ, मेडिकल इक्यूपमेंट टेक्नालाजी असिस्टेंट, जीडीए एडवांस ट्रेड शामिल हैं। उक्त कोर्स को करने के लिए 18-35 वर्ष के इच्छुक अभ्यर्थी अपने अभिलेखों सहित उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं। इन सभी ट्रेडों में प्रशिक्षण के लिए शैक्षित योग्यता इंटर और स्नातक है।