प्लाज की कीमत में बढ़ोतरी प्याज के दामों में तो सीधे मूल्यों की वृद्धि 30 से 50 प्रतिशत तक होती है। कभी-कभी तो सीधे दो गुना दाम पहुंच जाते हैं। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो प्याज खेत से निकलने के बाद सबसे जल्दी खराब होने वाली फसलों में से एक मानी जाती है। प्याज के दामों में बढ़ोतरी से इसका लाभ किसानों को मिलता है। उसके बाद व्यापारियों को। किसान खेत से प्याज की खुदाई तभी शुरू करता है जब प्याज के दामों में प्रतिवर्ष वृद्धि होती है।
चीन के बाद दूसरे नंबर पर प्याज में चीन के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। पिछले एक दशक में भारत में प्याज के उत्पादन में पांच गुना बढ़ोतरी हुई है। 2002 में इसका उत्पादन 4.5 मिलियन टन होता था, जो 2015-16 में बढ़कर लगभग 21 मिलियन टन हो गया।
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