25 सितंबर 2018 से शुरू हुई आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में सर्वप्रथम आर्थिक व सामाजिक गणना-2011 की सूची में ग्रामीण व शहरी परिवारों को चयनित किया गया है। इसमें काफी गरीब परिवार लाभ से वंचित रह गए। ऐसे में योगी सरकार ने आयुष्मान भारत-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत करीब 10 हजार गरीबों को योजना में शामिल किया। इससे कुल जनपद से 2,51,183 परिवार योजना के दायरे में आ गए। फिर भी तमाम परिवार लगातार योजना का लाभ पाने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे थे। हाल ही में सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले अंत्योदय राशन कार्ड धारकों के मुफ्त इलाज की गारंटी भी ले ली। जिले में करीब 10 हजार अंत्योदय राशन कार्ड धारक हैं।
गोल्डन कार्ड में भी प्राथमिकता जिले में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 12,55,915 पात्र हैं। इनमें 2,51,183 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। अंत्योदय परिवारों के करीब 10 हजार गोल्डन कार्ड बनाए जाने हैं। जिसके सापेक्ष अभी 15 प्रतिशत ही गोल्डन कार्ड बने हैं। सरकार की मंशा है कि अंत्योदय परिवारों को गोल्डन कार्ड प्राथमिकता से बन जाए। इसके लिए उन्हें रियायत भीदी गई है।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अंत्योदय कार्ड धारक नजदीकी जन सेवा केंद्र या पैनल में शामिल आयुष्मान हास्पिटल (कुल 65) में जाकर अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री के पत्र की जरूरत नहीं पड़ेगी। राशन कार्ड का नंबर ही उनका आयुष्मान नंबर होगा। आयुष्मान योजना के अंतर्गत सरकार गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा दे रही है, लेकिन काफी लोगों ने अभी तक गोल्डन कार्ड नहीं बनवाए हैं। अब अंत्योदय कार्ड धारक भी योजना में शामिल किए गए हैं। सभी लाभार्थी गोल्डन कार्ड बनवाकर योजना का लाभ उठाएं।