जानकारी के अनुसार आईटीआई के दलित छात्र रूपक पुत्र जसवंत सिंह की दोस्तों ने घर से बुलाकर जिटोला गांव के जंगल में हत्या कर दी थी। बीते शुक्रवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित विक्की उर्फ जोसठ के दोस्त विशाल को हिरासत में लिया था। पूछताछ में उसने बताया कि रूपक की हत्या कर उन्होंने फरसे से उसके शव के टुकड़े कर बोरवेल में डाल दिए थे। तब से पुलिस बोरवेल से रूपक के शव को बरामद करने का प्रयास कर रही थी। सोमवार रात तक जेसीबी व पोकलेन से 60 फीट तक खोदाई की गई। मंगलवार को पुलिस ने पीएसी व तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली। प्रभारी निरीक्षक उपेंद्र सिंह ने बताया कि बोरवेल से रूपक के शव के क्षत-विक्षत टुकड़े निकल रहे हैं। विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन दलित छात्र की हत्या की जानकारी जब भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को लगी तो वे मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं ने पुलिस-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अनुसूचित जाति के युवक की हत्या का राजफाश न करने को लेकर हंगामा किया। उनका कहना था कि पुलिस के आला अफसरों ने मौके पर आकर झांका तक नहीं। जिला अध्यक्ष विकास ने हत्याकांड में शव बरामद न होने ओर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस की लचर कार्रवाई से अभी तक मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी तक नहीं हुई। कार्रवाई की मांग को लेकर स्वजनों ने कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया। खबर लिखे जाने तक सीओ सिविल लाइन संजीव देशवाल ने स्वजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने।