पूर्व विधायक गोपाल काली ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि दिवाली पर शाम को वह अपने घर पर थे और पूजन की तैयारियां चल रही थीं। तभी छत पर दर्जनों बंदर आ गए तथा मकान की सजावट तोड़ने लगे। उन्होंने बंदरों को भगाने के लिए छर्रे रहित धमाके किए। आए दिन बच्चों व बड़ों के साथ बंदर हिंसक वारदात करते रहते हैं।
गोपाल काली ने आशंका जताते हुए कहा कि साजिश के तहत यदि उनका लाइसेंस जब्त हो गया तो उन पर कभी भी जानलेवा हमला हो सकता है। वर्ष 2019 में उन्हें 10 प्रतिशत पर सुरक्षा गार्ड गनर दिया गया था। जो कि समय पूरा होने के डेढ़ माह पूर्व ही वापस बुला लिया था। लगभग दो माह पहले छह बार कॉल कर उन्हें व परिवार को यह धमकी दी गई थी। इसका मवाना थाने में मुकदमा पंजीकृत है। इस मामले की साइबर सेल जांच कर रही है।
ये था मामला हस्तिनापुर में पूर्व विधायक और भाजपा नेता ने दीपावली के मौके पर लाइसेंसी पिस्टल से ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग कर डाली थी। यही नहीं भाजपा नेता ने अपने बेटे से फायरिंग का वीडियो भी बनवाया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। दिवाली से अगले दिन तक अर्जुन काली का विडिओ फेसबुक पर था, मगर विडिओ वायरल होने पर दोपहर में उन्होंने वो विडिओ फेसबुक से हटा लिया था। पुलिस के अनुसार कानूनी तौर पर लाइसेंसी पिस्टल, बंदूक आदि से हर्ष की फायरिंग की इजाजत नहीं है। मामले को लेकर पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने पूर्व विधायक गोपाल काली व बेटे अर्जुन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।