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800 करोड़ कीमत वाले चर्चित बंगले 210 बी में दो साल बाद फिर गरजा महाबली, जानिए इस बार क्या हुआ कई आंदोलन की सफलता ने दिखाई राह किसान एकता मंच से जुड़े मेरठ के युवा किसान नवीन प्रधान का कहना है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया अपनी बात कहने और लोगों को जोड़ने का एक बड़ा हथियार बनकर उभरा है। इसमें चाहे ट्वीटर हो फेसबुक या फिर वाट्स एेप इन सभी पर देशहित में कई आंदेलन चलाए गए, जिस पर लोगों को सफलता भी मिली। एक-दूसरे से जुड़ते हुए पूरे देश में कड़ी बनी जिस पर सरकार को इन अभियान के आगे झुकना पड़ा। इसलिए अब किसानों की आवाज उठाने के लिए ट्वीटर का सहारा लिया जा रहा है।
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अमीनों को वसूली में इस तरह से बनाया जा रहा स्मार्ट, नर्इ व्यवस्था के बारे में जानिए ‘गांव बंद किसान छुट्टी पर’ ने खींचा ध्यान युवा किसान नेता का कहना है कि हम गांव बंद किसान छुट्टी पर जैसे ट्वीटर कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। जिसे काफी सफलता भी मिल रही है। उनका कहना है कि जब अन्य दूसरे आंदोलन सफल हो सकते हैं तो यह आंदोलन सफल क्यों नहीं हो सकता। यह अपने आपमें एक अनोखा आंदोलन होगा। जिसमें किसानों से एक से दस जून के बीच छुट्टी पर रहने की अपील की जा रही है। इस आंदोलन से ही पता चलेगा कि अगर किसान दस दिन तक छुट्टी पर रहे तो क्या हो सकता है।
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बुआ-भतीजे के खास सिपाहियों का लेडी सिंघम ने कर दिया एेसा इलाज कि मुंह से नहीं निकल रही आवाज! सब कुछ सोशल मीडिया पर युवा किसानों की टीम ने इस आंदोलन की सफलता को मोर्चा संभाला है। वे सबको सोशल मीडिया पर ही आंदोलन के बारे में बता रहे हैं। पूरे देश से ट्वीट आ रहे हैं और वे इस आंदोलन में साथ देने के इच्छुक भी है।