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गृह मंत्रालय के आदेश केे बाद खुलने लगी दुकानें, हो गई भीड़भाड़, फिर डीएम ने दिए ये निर्देश लॉकडाउन ने इस बार लोगों को कोरोना जैसे भयंकर वायरस से काफी हद तक बचाए रखा है। तो लोगों को गर्मी से भी निजात दिलाई है। इसी का नतीजा है कि अप्रैल का महीने पिछले 15 साल में इस बार सबसे ठंडा है। पूरे अप्रैल माह में इस बार पारा 28 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच ही चढ़ता-उतरता रहा है। मेरठ जिले में पारा 36 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को पार नहीं कर पाया है। मौसम के जानकारों की मानें तो ऐसा लॉकडाउन के कारण हुआ है। जिसके चलते जिले की समस्त फैक्ट्रियां बंद हैं और वाहनों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगी हुई है। ऐसे में प्रदूषण कम है और जिसका प्रभाव वातावरण पर पड़ रहा है। जिस कारण गर्मी अपना प्रभाव नहीं दिखा पा रही है।
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Akshaya Tritiya 2020: लाॅकडाउन में इस शुभ मुहूर्त पर नहीं हो रही इतनी शादियां, हुआ करोड़ों का नुकसान बता दें कि विगत वर्षों में मार्च के अंतिम दिनों से शुरू होने वाली गर्मी अप्रैल के महीने में भीषण हो जाती थी। तापमान भी 40 से ऊपर पहुंच जाता था। घरों और कार्यालयों में लोग एसी के बिना सांस नहीं ले पाते थे। वहीं मध्यमवर्गीय लोग पंखे और कूलर मार्च के अंतिम सप्ताह में चलाने शुरू कर देते थे। बावजूद इसके लोगों को राहत नहीं मिल पाती थी। इस बार लॉकडाउन की मेहरबानी से लोग गर्मी के प्रकोप से बचे हुए हैं। न तो लोगों को ठंडे पानी की चाह है और न ही वे पसीने से तर दिख रहे हैं। यही वजह है कि मच्छरों की तादात भी कम है और गर्मी में पांव पसारने वाली मलेरिया व डायरिया जैसी बीमारियां भी अपना प्रकोप नहीं दिखा पा रही हैं। जिले में के वक्त हल्की सर्दी का एहसास अभी भी लोगों को हो रहा है।