वहीं जिलाधिकारी ने जेल में बंदियों से भी पूछताछ की है। हालांकि उन्होंने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। कयास लगाए जा रहे हैं कि जेल में कैदियों द्वारा फोन का प्रयोग किया जा रहा था। जिसकी सूचना जिलाधिकारी को थी और उन्होंने औचक निरीक्षण कर जेल में तलाशी ली।
गौरतलब है कि कुख्यात माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सुखियों में आई बागपत जेल में कैदियों से उगाही की बात भी सामने आई। कैदी फोन कर अपने परिजनों से पैसे की डिमांड कर रहे हैं। ऐसी शिकायत जिलाधिारी को मिल रही थी। सूत्रों की मानें तो किसी ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी कि जेल में कैदियों को डराया धमकाया जा रहा है और उनसे बिल्टी के नाम पर तीन से पांच हजार रुपये की उगाही की जा रही है।
लगातार मिल रही शिकायत की सत्यता जानने के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी बागपत ऋषिरेंद्र कुमार और एसपी बागपत ने फोर्स के साथ जेल में छापा मारा और तलाशी अभियान चलाया। दो घंटे तक जेल में छापामारी जारी रही। इस दौरान क्या मिला और क्यों छापामारी की गई, इसके जवाब में जिलाधिकारी ने बोलने से इंकार कर दिया।
यह भी देखें : भगवा से मानक के मुताबिक हुआ इस शहर में स्कूल का रंग उनका कहना था कि जेल में छापामारी का कार्यक्रम औचक था और इसे गुप्त रखा गया था। ज्यादा जानकारी देने से जिलाधिकारी ने इंकार कर दिया। हालाकि सूत्रों का कहना है कि जेल में मोबाईल फोन मिला है, जो बैरक के बाहर पडा पाया। लेकिन मोबाईल में कोई सीम नहीं थी। तलाशी के बाद आधे घंटे तक जेलर के साथ जिलाधिकारी और एसपी बागपत ने वार्ता भी की। जिसके बाद जिलाधिकारी और टीम लौट गए।