दिल्ली के सराय काले खां से रैपिड रेल कॉरिडोर शुरू होगा। यह कौशांबी स्थित रेडिसन होटल के पास से साहिबाबाद होते हुए मेरठ स्थित मोदीपुरम में जाकर खत्म होगा। खास बात यह है कि ईस्टर्न पेरिफेरल को भी टच करेगा। रैपिड रेल से बीच में उतर कर किसी यात्री को दूसरे किसी परिवहन की सेवाएं लेनी है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर बनने वाले 18 स्टेशन में से 12 स्टेशन मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगे। इनमें से कई स्टेशनों की कनेक्टिविटी रेलवे स्टेशन, नेशनल हाईवे, एयरपोर्ट व बस अड्डे से होगी। इस कॉरिडोर बनने के बाद में दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण भी कम होगा। साथ ही लोगों को काफी हद तक निजात मिल सकेगी। मेट्रो व भारतीय रेल से भी अधिक सुविधा रैपिड रेल में यात्रा करने वालों को मिलेगी। सुरक्षा के मामले मेंं रैपिड रेल अव्वल होगी। सुरक्षा को देखते हुए सीसीटीवी व सर्विलांस सिस्टम लगाए जाएंगे। साथ ही लैपटॉप और मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट भी होंगे। इसमें बिजनेस क्लास के अलावा ट्रेन में महिला कोच की भी व्यवस्था रहेगी।
एनसीआर परिवहन निगम के महाप्रबंधक सुधीर कुमार शर्मा के मुताबिक कैबिनेट से रैपिड रेल को मंगलवार को मंजूरी दे दी है। हालाकि कुछ बजट का आवंटन पिछले साल कर दिया था। जिसकी वजह से कॉरिडोर पर पहले से ही काम गति से चल रहा है।
2025 से दौड़ेगी रैपिड रेेल दिल्ली से मेरठ के बीच में 2025 में रैपिड रेल दौड़नी शुरू हो जाएगी। इस रुट पर 7.4 लाख यात्री रोजाना सफर करेंगे। वहीं इस रुट पर मोदीपुर, मेरठ नार्थ, बेगमपुल, मेरठ सेंट्रल, शताब्दी नगर, मेरठ साउथ, मोदीनगर, मुरादनगर, दुहाई, गुलधर, गाजियाबाद, साहिबाबाद, आनंद विहार, सराय काले खां रेलवे स्टेशन होंगे।