दुपहिया और तिपहिया वाहन हैं प्रतिबंधित राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार, इस एक्सप्रेस-वे पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों के संचालन पर पूरी तरह से रोक रहेगी। यदि कोई ऐसा करता हुआ पाया जाता है तो उसका चालान कटेगा।
वाहन की संख्या में हो सकती है कमी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें, तो टोल टैक्स शुरू होने के बाद इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन की संख्या में कमी आ सकती है। अधिकारियों का का कहना है कि मुफ्त का सफर 24 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। लोग छोटे-छोटे सफर के लिए भी एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन 25 दिसंबर से 140 रुपये टोल देना कुछ चालकों को खलेगा। ऐसे में वाहन चालक अन्य रास्तों को भी इस्तेमाल करेंगे।
कामर्शियल वाहनों को देना होगा ज्यादा टोल दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के बीच हल्के कामर्शियल व्हकील को 225 रुपए टोल के रूप में देने होंगे, जबकि बस-ट्रक के लिए 470 रुपये टोल टैक्स लगेगा। बता दें कि मेरठ से दिल्ली के बीच अधिकतम टोल टैक्स 900 रुपये निर्धारित है।