दरअसल मेरठ के भावनपुर थाने के रुकनपुर गांव में नंगला साहू मार्ग पर कंठी माता मंदिर हैं। मंदिर परिसर में ब्रजपुरी निवासी डा. विदुर पुत्र जयप्रकाश के पूजा स्थल बने हैं। गुरुवार तड़के पूजा स्थल की मूर्ति खंडित कर दी गई। इसकी खबर गांव में फैल गई। बड़ी संख्या में गांव के लोग पूजा स्थल पर एकत्र हो गए। ग्रामीणों ने दूसरे संप्रदाय के फिरोज और उसके साथियों पर आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही भावनपुर के अलावा गंगानगर और किला परीक्षितगढ़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। सीओ अखिलेश भदौरिया और तहसीलदार अक्षय कुमार भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया। सीओ सदर देहात अखिलेश भदौरिया ने बताया कि खंडित पूजा स्थल का दोबारा से निर्माण करा दिया गया है। गमले और पौधे नए लगा दिए गए। ग्राम प्रधान की तहरीर पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसओ भावनपुर को शरारती तत्वों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं।
सीओ के मुताबिक नौ अक्टूबर को गांव के फिरोज की बकरी पूजास्थल में घुस गई थी। इस लेकर उसका गांव के ही कैलाश प्रजापति से विवाद हो गया था। कैलाश पक्ष का आरोप था कि फिरोज पक्ष के लोगों ने उन पर हमला कर घायल कर दिया था। इसमें फिरोज समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था। सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर उनकी शांतिभंग में कार्रवाई की गई थी। पूजा स्थल के खंडित कर तोड़फोड़ की घटना को उससे जोड़कर देखा जा रहा है। पूजा स्थल का दोबारा निर्माण कराकर मामला शांत कर दिया है। तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। आरोपितों की तलाश की जा रही है। गांव में हालात सामान्य है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।