यह भी पढ़ेंः
योगी की पुलिस का काम किया ग्रामीणों ने, कुख्यात उधम सिंह के तीन शूटरों ने मांगी रंगदारी तो किया यह हाल बैठक के बाद से हो रहा विस्तार का इंतजार मेरठ में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद से ही मंत्रिमंडल के विस्तार का इंतजार किया जा रहा है। कार्यसमिति की बैठक में भी पिछड़ों के साथ मतभेद की बात उभर कर सामने आई थी। जिस पर इसकी जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य को सौंपी गई थी। जिसमें ओबीसी वर्ग को रिझाने के लिए उन्होंने पिछड़ी जातियों के सम्मेलन किए थे। सम्मेलन में गुर्जरों को मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर मीरापुर विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने कड़ी नराजगी जताई थी। बताते चलें कि पश्चिमी उप्र में मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर, मेरठ, गाजियाबाद जिलों में गुर्जर वोटर निर्णायक स्थिति में हैं, लेकिन उस लिहाज से उनको भागीदारी नहीं मिल सकी। गुर्जर चेहरों में मंत्रिमंडल की दौड़ में एमएलसी अशोक कटारिया, मीरापुर से विधायक अवतार सिंह भड़ाना, लोनी से पहली बार विधायक बने नंदकिशोर गुर्जर, दादरी से तेजपाल नागर एवं मेरठ दक्षिण से डा. सोमेंद्र तोमर शामिल हैं। पार्टी में अपने अनुभवों व संगठन में मिले विभिन्न पदों पर दायित्व का निर्वाहन कर चुके एमएलसी अशोक कटारिया का कद अन्य सभी पर भारी पड़ रहा है। वे संघ की भी पसंद बताए जा रहे हैं। अवतार सिंह भड़ाना सांसद और दिल्ली के गलियारों में बड़ा रसूख रखने वाले नेता हैं।
यह भी पढ़ेंः
कांग्रेसियों ने भाजपा के अंदाज में ही किया यह अनोखा प्रदर्शन, कहा- मोदी सरकार अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी शामिल होंगे भाजपाइयों के अनुसार इस समय पश्चिम उप्र से डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी का मंत्रिमंडल में शामिल होना तय माना जा रहा है। देश और प्रदेश में सरकार बनने के बाद से उनके पास कोई बड़ा पद नहीं है। माना जा रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में उनको कोई बड़ा पोर्टफोलियो दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इसके संकेत भी पार्टी ने दे दिए हैं। डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी के शामिल होने के बाद ब्राह्मण वर्ग का नेतृत्व मंत्रिमंडल में पश्चिम उत्तर प्रदेश से करने वाले एक मात्र भाजपाई होंगे।
दशहरे के बाद होगा विस्तार प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार दशहरे के बाद होगा। इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की हरी झंडी का इंतजार है। अमित शाह 20 अक्टूबर के बाद किसी भी दिन लखनऊ आकर मंत्रिमंडल विस्तार की सूची पर मोहर लगाएंगे। इसके बाद ही सूची सर्वाजनिक की जाएगी।