यह भी पढ़ेंः
Honour Killing: परिजनों ने रेत दिया युवती का गला, सपा के पूर्व मंत्री से किया था प्रेम विवाह, देखें वीडियो प्रत्येक जोन और रेंज के अधिकारियों को सप्ताह में एक दिन एक जिले में रुकना अनिवार्य होगा। बता दें कि इस तरह के प्रयोग पहले भी पुलिस महकमे में किए जाते रहे हैं। जिसमें पुलिस अधिकारियों को जिलों में रात्रिप्रवास के आदेश दिए गए थे। पूर्व सपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने भी इस तरह के आदेश जारी किए थे। इस समय मेरठ जोन में अपराधों में कमी नहीं आ रही है। खासकर महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ रहे हैं। छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं।
यह भी पढ़ेंः
Today Petrol Diesel Rate: अनिश्चितता के बीच लोगों को मिली राहत, ये रहे आज के दाम वहीं तीन तलाक के मामलों में वृद्धि हो रही है। जिसमें थाना स्तर से कोई कार्रवाई न होने के कारण तीन तलाक पीड़ित महिलाएं एसएसपी से लेकर एडीजी कार्यालय तक चक्कर लगा रही हैं। इतना ही नहीं पीड़ित महिलाएं अपने प्रार्थना पत्र सीधे सीएम कार्यालय और डीजीपी को मेल द्वारा भेज रही हैं। इसको लेकर भी सूबे के मुखिया चिंतित हुए हैं। एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार ने बताया कि जोन के सभी अधिकारी सप्ताह में एक-एक दिन जिलों में रात्रि प्रवास कर वहां की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh
Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर ..