ये है पूरा मामला बता दें कि हत्या के मामले में बदन सिंह बद्दो को उम्रकैद की सजा हो गई थी। जिसके चलते वह फर्रुखाबाद जेल में बंद था। इस दौरान 4 दिसंबर 2018 को बद्दो के बेटे सिकंदर ने अपने पिता की मर्सिडीज गाड़ी देहलीगेट क्षेत्र के बागपत गेट निवासी अब्दुल अहद को बेच दी थी। अहद ने दो महीने बाद गाड़ी अमित थन्काचन पुत्र टीएम थन्काचन निवासी न्यू जीटीबी नगर लुधियाना पंजाब को बेच दी। यह गाड़ी बद्दो के नाम थी और वो उस समय जेल में था, जिसके चलते रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता था। अमित ने कुख्यात बद्दो के नाम का फर्जी सेल लेटर बनवाया और केरल के रजिस्ट्रेशन पर गाड़ी अपने नाम कर ली। यह गाड़ी फिलहाल अमित के भाई के पास केरल में चल रही है।
अमित के खिलाफ इन धाराओं में मुकदमा दर्ज जिसके बाद बद्दो 28 मार्च 2019 को पुलिस कस्टडी से भाग गया था, तभी से उसका बेटा सिकंदर लापता है। ब्रह्मपुरी पुलिस ने जांच पड़ताल की और अब्दुल अहद के शिकायती पत्र पर पंजाब के अमित के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 471 में सोमवार को मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस का दावा है कि अमित को गिरफ्तार करके बद्दो की मर्सिडीज गाड़ी को कब्जे में लिया जाएगा।
जांच के बाद अमित पर लिखा गया है मुकदमा वहीं एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना कि पुलिस ने जांच के बाद ही अमित पर मुकदमा लिखा है। पुलिस बद्दो की गाड़ी को केरल से लाएगी। पुलिस ने कचहरी से बद्दो के अन्य दस्तावेजों पर हस्ताक्षर से मिलान भी कराने की बात कही है। वहीं, बद्दो की कार खरीदने वाले मेरठ के अब्दुल अहद ने भी बताया है कि फर्जी सेल लेटर बनाकर ही मर्सिडीज को नाम कराया गया है।