कैराना उपचुनाव Live: जानिए, कैराना में भाजपा प्रत्याशी ने ये क्यों कहा कि उन्हें भी हुआ नुकसान
पत्नी का आरोप भाजपा को हराने की वजह से किया जा रहा एेसा बर्ताव
दो अप्रैल की हिंसा में जेल गए पूर्व बसपा विधायक योगेश वर्मा की पत्नी मेयर सुनीता वर्मा ने सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंची और अपने पति की बेगुनाही के सबूत एसपी क्राइम शिवराम यादव को सौंपे। उन्होंने कहा कि यदि उनके साथ भाजपा सरकार में इंसाफ नहीं होता तो वह हाईकोर्ट से न्याय मांगेगी। मेयर सुनीता वर्मा का कहना है कि एससी-एसटी एक्ट में हुए संशोधन के विरोध में दो अप्रैल को मेरठ में हिंसा हुई थी। इस हिंसा में करोड़ों का नुकसान हुआ था। जिसमें उनके पति पर पुलिस ने 13 मुकदमें दर्ज करके जेल भेज दिया और अब रासुका लगा दी है। बसपा मेयर का आरोप है कि उनके साथ इसलिए किया जा रहा है कि उन्होंने निकाय चुनाव में भाजपा को हराया था। जबकि दो अप्रैल को हो रही हिंसा को रोकने के उनके पति योगेश वर्मा को पुलिस-प्रशासन ने ही मदद के लिए बुलाया था। इस बात के उनके पास वीडियो, ऑडियो और फोटोग्राफ आदि सबूत हैं।
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रासुका की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित, नहीं मिला न्याय तो जाएंगी हार्इकोर्ट
रासुका पर बोलते हुए सुनीता वर्मा ने कहा कि रासुका की कार्रवाई भी राजनीति रंजिश के कारण हुई है। उन्होंने एसपी क्राइम को एक फाइल दी है। जिसमें उनके पति को बेगुनाह साबित करने वाले सबूत हैं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने कोई मदद नहीं की। तो इसके बाद वह हाईकोर्ट में जाएंगे और जिन पुलिसकर्मियों ने उनके पति को फंसाया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति पूर्व विधायक योगेश को पुलिस ने जेल भेजने से पहले ही थर्ड डिग्री दी। मेरठ शहर की मेयर सुनीता वर्मा ने एसएसपी ऑफिस में पहुंचकर जो बेगुनाही के सबूतों की फाइल सूची दी है, उसमें एक सीडी भी है। इस सीडी में सीओ सदर देहात जितेंद्र सरगम उनके पति योगेश वर्मा को लात मारकर गाड़ी में बैठा रहे हैं। इसलिए मेयर ने आरोप लगाया कि उनके पति को जेल भेजने से पहले कंकरखेड़ा थाने में थर्ड डिग्री दी गई है। उस मार पिटाई की भी जांच होनी चाहिए।