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एनकाउंटर के बाद इलाज को लाया गया बदमाश अस्पताल में ऐसी जगह छिपा, 6 घंटे तक ढूंढती रही पुलिस एसपी सिटी डॉ. एएन सिंह ने बताया कि मुजफ्फनगर निवासी रवि और उसके साथी बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अपने झांसे में फंसाकर उनसे मोटी रकम वसूल रहे थे। अलीगढ़ निवासी विपिन चौधरी ने बताया कि रवि, कमल और सतपाल ने उनके परिवार के चार युवकों को सेना में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 4-4 लाख रुपये ठग लिये थे। जबकि सौदा 6 लाख रुपये में किया गया था। ठगों ने युवकों को तीन महीने तक मेरठ में किराए के मकान में भी रखा, लेकिन जब आरोपियों से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया। जिसके बाद पीड़ित युवकों ने ज्वाइनिंग लेटर आदि की जांच कराई तो उनके होश उड़ गए। सेना में भर्ती के नाम पर उन्हें फर्जी दस्तावेज थमा दिए गए।
पीड़ित युवकों ने थाना सदर बाजार में तहरीर देकर ठगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सेना में भर्ती के नाम पर हुई ठगी की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने मुजफ्फरनगर निवासी रवि के घर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया है। वहीं, एक अन्य पीड़ित ने थाना सदर बाजार में तहरीर देकर बताया था कि रवि ने आर्मी में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर भर्ती कराने के नाम पर 4 लाख रुपये ठग लिये हैं। सूचना पर जांच की गई तो उनके साथ ठगी होने की पुष्टि हुई है। रवि, कमल और सतपाल आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगने का काम करते हैं। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि रवि के कब्जे लैपटॉप, मोबाइल और सेना से संबधित दस्तावेज बरामद हुए हैं।