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Career Tips: पत्रकारिता के क्षेत्र में कॅरियर बनाएं चमकदार, इन बातों पर रखें फोकस मंगलवार को जापान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 22.5 ओवर में मात्र 41 रन पर सिमट गई। विकेट लेने का सिलसिला कार्तिक त्यागी ने ही शुरू किया। कार्तिक ने जापान के कप्तान एम. थुरगाटे को एक रन पर बोल्ड करके पेवेलियन भेजा। इसके बाद विपक्षी टीम संभल नहीं सकी और 41 रन पर सिमट गई। कार्तिक ने छह ओवर में दस रन देकर तीन विकेट लिए। इससे पहले श्रीलंका पर भारत की जीत में भी कार्तिक ने किफायती गेंदबाजी करते हुए सात ओवर में 27 रन देकर एक विकेट लिया था। कार्तिक के इस प्रदर्शन से उसके होम ग्राउंड में साथी प्रशिक्षु और कोच बेहद खुश हैं।
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UP Board Exam 2020: Chemistry में रासायनिक समीकरणों को सदैव लिखकर करें याद, छोटे प्रश्नों पर करें फोकस Video मूल रूप से हापुड़ के गांव धनौरा के रहने वाले कार्तिक त्यागी ने मेरठ के भामाशाह पार्क ग्राउंड पर लगातार प्रैक्टिस की है। यहां कोच संजय रस्तोगी से उन्होंने क्रिकेट सीखी है। कार्तिक के पिता योगेंद्र त्यागी छोटे किसान हैं, उन्होंने किसी तरह कार्तिक को इस मुकाम तक पहुंचाया। पिछले साल कार्तिक का इंग्लैंड दौरे के लिए भी भारतीय अंडर-19 टीम में चयन हुआ था। इसके अलावा वह 2017 में रेलवे के खिलाफ लखनउ में एक रणजी मुकाबला खेल चुके हैं। उसमें कार्तिक ने अपनी तेजतर्रार गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था। कार्तिक ने पूरे मैच मे 20 ओवर में सात मेडन के साथ 40 रन देकर तीन विकेट लिए थे। कोच संजय रस्तोगी का कहना है कि कार्तिक त्यागी प्रतिभावान खिलाड़ी है। विश्वकप में भारतीय जीत में उसकी गेंदबाजी पर काफी दारोमदार रहेगा।