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भाजयुमो ने CAA के स्थान पर CCA के समर्थन में निकाली रैली, देखें वीडियो पूछताछ में पकड़े गए लुटेरों ने पुलिस के सामने मेरठ ही नहीं आसपास के जिलों में भी लूट की घटनाओं में अपना हाथ होना स्वीकार किया। अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने गत 12 जनवरी को मुजफ्फरनगर के कस्बा जानसठ में ज्वैलर्स की दुकान में लूट को अंजाम दिया था। इसके अलावा शातिर गिरोह मेरठ के भी कई थाना क्षेत्रों में लूट की वारदात कर चुका था। मौके से पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस ने लूटी गई जेवरात, असलाह, एक कार व दो बाइक भी बरामद की। वहीं मुजफ्फरनगर से भी दो बदमाश गिरफ्तार किए गए।
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राजनाथ सिंह की कड़े पहरे में होगी रैली, एक लाख कार्यकर्ताओं के लिए की जा रही तैयारी एडीजी मेरठ प्रशांत कुमार ने आज सोमवार को प्रेसवार्ता करके मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि थाना किला परीक्षितगढ़ के गांव दुर्वेशपुर के ईदगाह के पास लुटेरों के एकत्र होने की सूचना मिली थी। तभी कार्रवाई करते हुए सर्विलांस सेल और थाना पुलिस की टीम रात करीब पौने 12 बजे बदमाशों तक पहुंची। इस मुठभेड़ में पुलिस ने अभियुक्त सलमान उर्फ राजा, विशाल, हारून और सुल्तान को गिरफ्तार कर लिया। वही अंधेरे का फायदा उठाकर चार अभियुक्त भागने में सफल रहे जिनकी तलाश की जा रही है। इनके पास से 100 ग्राम सोना, पांच किलो चांदी, 20 हजार रुपये, दो मोटरसाइकिल, एक सेंट्रो कार, तीन तमंचे और दो मोबाइल बरामद हुए हैं।
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Weather Alert: अगले 48 घंटे रहेगा शीत लहर का प्रकोप, फिर होगी तेज बारिश और ओलावृष्टि पूछताछ में सामने आया कि अभियुक्तों ने जानसठ में ज्वैलर्स की दुकान लूटी थी और मेरठ के भी कई थाना क्षेत्रों में लूट की लगभग 10 वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों के खिलाफ पहले भी कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं और अभियुक्त सलमान पर पहले 50 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। एडीजी ने बताया कि अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम को भी उत्साहवर्धन के लिए मेरठ की टीम को 50 हजार व मुजफ्फरनगर की टीम 25 हजार रुपये देने की घोषणा की गयी है।