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आयुर्वेदिक क्लीनिक पर छापेमारी, टाइगर के नाखून समेत वन्य जीवों के प्रतिबंधित अंग मिले बताते चलें कि शास्त्री नगर डी-ब्लॉक निवासी प्रदीप सिंघल ने एक दिन पहले सीएम के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें प्रदीप सिंघल ने भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा और उनके भाई उमेश अग्रवाल पर अपनी फैक्ट्री पर कब्जा किए जाने का आरोप लगाया था। प्रदीप का आरोप था कि उन्होंने भाजपा नेता और उनके भाई को दिल्ली रोड रिठानी स्थित अपनी फैक्ट्री 1998 में किराए पर दी थी, मगर अब भाजपा नेता और उनका भाई इस फैक्ट्री पर कब्जा करके बैठ गए हैं।
उधर, मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो बुधवार को आनन-फानन में विनीत अग्रवाल शारदा ने शास्त्री नगर स्थित अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। पत्रकार वार्ता में विनीत शारदा ने प्रदीप सिंघल द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया। उन्होंने बताया कि वह फैक्ट्री का किराया लगातार भर रहे हैं। यहां तक कि लॉकडाउन की अवधि में भी उन्होंने फैक्ट्री का किराया बैंक में जमा किया है। विनीत शारदा ने इस पूरे प्रकरण को अपनी राजनीतिक छवि धूमिल करने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि उन्होंने भी कानून का रास्ता अपनाते हुए आरोप लगाने वाले फैक्ट्री मालिक प्रदीप सिंघल को नोटिस भेजा है। यदि तीन दिन में उन्होंने अपने झूठे आरोपों पर स्पष्टीकरण नहीं दिया तो वह प्रदीप सिंघल पर मानहानि का दावा करेंगे।
भाजपा नेता विनीत शारदा ने आरोप लगाया कि जिस तरह प्रदीप सिंघल ने उनके ऊपर झूठे आरोप लगाए हैं। उससे उन्हें यह भी आशंका है कि प्रदीप उन पर और उनके परिवार पर जानलेवा हमला भी करा सकते हैं। विनीत शारदा ने कहा कि ऐसे में यदि उनके परिवार के साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके जिम्मेदार सीधे तौर पर प्रदीप सिंघल होंगे।