यह भी पढ़ेंः
पीएम मोदी के आह्वान पर पुलिस ने किया ऐसा काम कि चारों से आने लगी सायरन की आवाजें, लोग हो गए चौकन्ने पुलिस के अनुसार गांव लखवाया में अरुण की परचून की दुकान है। शनिवार रात नईमुद्दीन बीड़ी का बंडल लेने दुकान पर गया। दस रुपये के बंडल के 12 रुपये लेने पर दोनों के बीच विवाद हो गया। इस पर अरुण पक्ष ने नईमुद्दीन की पिटाई कर दी। नईमुद्दीन ने थाने पर पिटाई की तहरीर दी। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद अरुण ने भी थाने पहुंचकर सूचना दी कि मौलाना नईमुद्दीन ने उसके ऊपर थूका और काट लिया। कोरोना जैसे माहौल में उसने नईमुद्दीन पर कई आरोप लगाए। कंकरखेड़ा पुलिस जांच के लिए गांव पहुंची। पता चला कि दुकानदार का नईमुद्दीन से केवल दो रुपये को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस ने पाया कि लॉकडाउन के बीच अरुण ने दुकान खोल रखी थी। वहां गांव का ही तरुण भी मौजूद था। पुलिस का कहना है कि दुकानदार ने स्वीकारा है कि नईमुद्दीन ने उसके ऊपर नहीं थूका, बल्कि अपने ऊपर हुए मारपीट के मुकदमे को खत्म करने के लिए उसने तरुण के कहने पर नईमुद्दीन पर ऐसे आरोप लगाए थे।
यह भी पढ़ेंः
मुस्लिम महिलाओं ने दीये जलाकर संकल्प में की भागीदारी, कहा- एकजुटता से कोरोना से मुक्ति पाने में मिलेगी सफलता उसने यह भी स्वीकारा कि तरुण ने ही सिक्के से उसके शरीर पर चोट जैसे निशान बनाए थे, जिससे नईमुद्दीन पर काटने का आरोप पुख्ता हो सके। पुलिस ने अरुण, मनोज और तरुण गुर्जर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। इंस्पेक्टर बिजेन्द्रपाल राना ने बताया कि तीनों आरोपी गांव में माहौल भड़काना चाह रहे थे। तीनों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।