यह भी पढ़ेंः
VIDEO: चालान कटने के बाद रोने लगा युवक, खुद ही बाइक गिराकर कर दी तोडफ़ोड़, पुलिसकर्मी हंसते हुए बनाने लगे वीडियो कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद माननीय राजेन्द्र अग्रवाल ने छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बाद कहा कि किसी भी प्रकार की शिक्षा संस्कारों के बिना पूर्ण नहीं हो सकती। संस्कार घर-परिवार, समाज, शिक्षालयों और आसपास के परिवेश से सृजित होते हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरिजेश चौधरी ने कहा कि संस्कार मात्र कहने से, बोलने से नहीं आते हैं बल्कि ये तो व्यवहार से आते हैं, आचरण से आते हैं, सद्कर्म से आते हैं और चारित्रिक उज्ज्वलता से आते हैं। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहन गुप्ता ने कहा कि हम विश्व को मेरठ की भूमि की महत्ता का बोध कराना चाहते हैं। माता-पिता और गुरू के ऋण से मुक्ति सदैव उनका आदर करने और उनके आदेशों का पालन करने से ही मिल सकती है।