वाराणसी. घोसी विधानसभा में होने वाला उपचुनाव बेहद दिलचस्प मोड पर पहुंच चुका है। सभी दलों ने चुनाव जीतने के लिए सारी ताकत लगा दी है और समर्थक भी मतदाताओं के बीच जाकर प्रचार करने में जुटे हुए हैं। इसी चुनाव में एक दृश्य ऐसा आया कि सभी की आंखे भर गयी। नामांकन सभा से पहले बीजेपी प्रत्याशी विजय राजभर जब अपने पिता का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे। पिता को देखते ही वह उनके पैरों में गिर कर रोने लगे। पिता ने भी अपने बेटे को माला पहना कर जीत का आशीर्वाद दिया। यह भी पढ़े:-बकरी चोरी के आरोप में दो नाबालिग को नंगा करके घुमाया, वीडियो वायरल
IMAGE CREDIT: Patrika बीजेपी ने घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में विजय राजभर को प्रत्याशी बनाया गया है। विजय की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं है। बीजेपी प्रत्याशी विजय राजभर के पिता ठेले पर सब्जी बेचते हैं। आजमगढ़ रोड ओवरब्रिज के पास उनका ठेला लगता है। आस-पास के लोगों ने कभी नहीं सोचा था कि एक सब्जी बेचने वाले को सत्ता पक्ष से टिकट मिल सकता है। नामांकन से पहले विजय ने अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला था। मुहल्ले के लोग स्वागत करने के लिए फूल व माला लिए हुए खड़े थे। ऐसे समय पिता कहा पीछे रहने वाले थे और वह भीड़ में माला लेकर अपने बेटे को आशीर्वाद देने के लिए खड़े थे। पिता को देखते हुए विजय उनके पैरों पर गिर पड़े और फूट-फूट कर रोने लगे। पिता ने तुरंत ही बेटे को उठाया और गले लगाने के बाद माला पहना दिया। यह दृश्य देख कर वहां मौजूद लोग भावुक हो गये। विजय के साथ कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर भी थे जिन्होंने पिता व पुत्र को ढांढस बताया। बताते चले कि विजय शुरू से ही आरएसएस से जुड़े थे और घोसी विधानसभा सीट पर विधायक रहे फागू चौहान के राज्यपाल बनने के बाद से इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। यह भी पढ़े:-BIG BREAKING- उपचुनाव में सपा को लगा सबसे तगड़ा झटका, इस सीट से खारिज हुआ प्रत्याशी का पर्चा
सपा प्रत्याशी को निरस्त हो चुका है नामांकन यूपी में होने वाले उपचुनाव मे ंसीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। बीजेपी प्रत्याशी को जिताने के लिए सारी ताकत लगा दी है। मायावती व अखिलेश यादव भी इस सीट पर अपना कब्जा करना चाहते हैं ताकि यूपी चुनाव 2022 से पहले मजबूत होकर उभर सके। घोसी विधानसभा सीट पर सबसे बड़ा झटका सपा को लगा है और अखिलेश यादव के साइन नहीं होने के चलते सपा प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो गया है। सपा नेता सुधाकर सिंह अब निर्दल प्रत्याशी के रुप में मैदान में डटे हुए हैं। इस सीट पर किस दल को विजय मिलती है यह तो वहां के मतदाता ही तय करेंगे। इतना अवश्य है कि इस सीट का परिणाम यूपी चुनाव से पहले सभी दलों के लिए महत्वपूर्ण है। यह भी पढ़े:-इस माह 11 दिन बंद रहेंगे बैंक, जल्द निबटा ले सारा काम
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